बांग्ला फिल्म के निर्माता को आखिर सीआईडी ने गिरफ्तार क्यों किया | बता दे कि, यह मामला साइबर क्राइम से जुड़ा हुआ है | फर्जी ऐप के जरिए 36 लाख की ठगी के मामले में सीआईडी ने बांग्ला फिल्म के निर्माता को गिरफ्तार किया है | गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम प्रसनजीत रंजन नाथ बताया गया है | वहीं आज तक के सूत्रों के अनुसार 36 लाख की धोखाधड़ी के मामले में जब जांच की गई तो इस रैकेट में प्रोसेनजीत रंजन का नाम सामने आया और लगभग 18 लाख रुपया भी प्रोसेनजीत के खाते मैं जमा हुए थे | साथ ही इस मामले में सीआईडी की जांच के दायरे में कुछ लोग भी शामिल है |
लोकप्रिय ऐप की नकल कर मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए यह घोटाला किया गया था | वहीं जानकारी मिली है कि, लोगों को विज्ञापन के माध्यम से पहले तो ऐप के बारे में जानकारी दी गई और उन्हें फिर व्हाट्सएप में जोड़ा गया, जब लोग इस ऐप के जरिए व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने लगे तो शेयर बाजार को लेकर विभिन्न प्रकार के प्रलोभन देना शुरू किया गया | शेयर बाजार में निवेश और मुनाफा कमाने की लालच में पड़कर और कई तरह की फर्जी कहानियों को सुनकर लोगों ने शेयर बाजार में निवेश करना शुरू कर दिया |
वहीं सूत्रों की माने तो शुरुआती दौर में ही ऐप के माध्यम से ज्यादा मुनाफा लोगों को दिखाने लगा और धीरे-धीरे लोगों का विश्वास इस ऐप में बढ़ता गया और इसी ऐप के शिकार हुए शिकायतकर्ता ने उत्तर 24 परगना के बारासात साइबर पुलिस स्टेशन में मोबाइल एप्लीकेशन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई |
शिकायतकर्ता इस ऐप द्वारा लगभग 36 लाख रुपया निवेश कर चुके थे, लेकिन जब उन्होंने मुनाफा वापस लेने की कोशिश की बार-बार असफल हुए, अंत उन्हें समझ आया कि, वे ठगी के शिकार हो गए हैं , उन्होंने इस मामले को लेकर बारासात साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई और उन्होंने इस मामले में कोलकाता हाई कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया, वहीं कोलकाता हाई कोर्ट ने जांच सीआईडी को सौंप दिया | सीआईडी ने मामले की छानबीन करते हुए 36 लाख रुपए के निवेश घोटाले मामले में प्रसनजीत रंजन नाथ को गिरफ्तार किया | फिलहाल तो सीआईडी इस मामले की छानबीन कर रही हैं और प्रसनजीत के बैंक खाते में लगभग 18 लाख रुपए भी जमा हुए थे |
इस मामले की छानबीन सीआईडी कर रही है | बता दे कि, आप सभी भी इस तरह के मोबाइल एप्लीकेशन और ऐप को लेकर सतर्क रहें, क्योंकि ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें लोगों को विभिन्न तरह के प्रलोभन देकर धोखाधड़ी का शिकार बनाया जाता है |
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