ऐसा लगता है कि इस बार रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक दार्जिलिंग, कालिमपोंग, मिरिक और सिक्किम आएंगे. सिलीगुड़ी से लेकर दार्जिलिंग और सिक्किम में होटलों और रिजॉर्ट की बुकिंग में तेजी आई है. कुछ समय पहले तक सब ठंडा था. लेकिन जैसे ही बच्चों की परीक्षाएं समाप्त हुई है, होटलों में कमरों की बुकिंग में तेजी आई है. पहाड़ों की बात तो छोड़िए, सिलीगुड़ी में भी होटल की बुकिंग में इस हफ्ते तेजी दर्ज की गई है.
मौसम भी गरमाने लगा है. ऐसे में लोग मैदानी इलाकों से पहाड़ों की ओर भागना शुरू कर चुके हैं. इस बार गर्मी भी रिकॉर्ड तोड़ने वाली है. ऐसे में जाहिर है कि अधिक से अधिक लोग पहाड़ों में जाना पसंद करेंगे और इसकी शुरुआत हो चुकी है. हिमालयन हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म डेवलपमेंट नेटवर्क के महासचिव सम्राट सान्याल के अनुसार पिछले 15 दिनों मे होटल और रिसॉर्ट की बुकिंग ने रफ्तार पकड़ ली है. हालांकि कुछ समय पहले तक यह स्थिति नहीं थी. बुकिंग कम होने से पर्यटन व्यवसायी निराश थे. लेकिन अब उनके चेहरे पर चमक आ चुकी है.
ग्रेटर सिलीगुड़ी होटलियर्ष वेलफेयर एसोसिएशन के संयुक्त सचिव उज्जवल घोष कहते हैं कि मार्च महीने से सिलीगुड़ी में होटलों की बुकिंग शुरू हो गई है. दूर दराज के राज्यों के पर्यटक होटल में कमरा बुक कर रहे हैं. दार्जिलिंग अथवा सिक्किम घूमने आने वाले पर्यटक सर्वप्रथम सिलीगुड़ी में होटल में रात गुजारना पसंद करते हैं. उसके बाद ये पहाड़ की ओर जाते हैं. इसलिए सिलीगुड़ी में भी होटलों में कमरों की बुकिंग में तेजी आई है. कालिमपोंग में भी रिसॉर्ट और होटल में कमरों की बुकिंग शुरू हो गई है.
हाल ही में कालिमपोंग में भी पर्यटन विस्तार हुआ है. इसलिए दार्जिलिंग और सिक्किम घूमने आने वाले पर्यटक कालिमपोंग भी आएंगे. जबकि सिक्किम में तो शुरू से ही पर्यटक दीवाने होते रहे हैं. यहां होटलों में कमरों की बुकिंग तेजी से हो रही है. इसके अलावा होम स्टे और रिसॉर्ट की भी बुकिंग शुरू हो चुकी है. इको टूरिज्म बोर्ड के अध्यक्ष राज बसु उम्मीद करते है हैं कि इस बार कोलकाता, बिहार ,उड़ीसा, दिल्ली और विभिन्न राज्यों से काफी संख्या में पर्यटक पर्वतीय क्षेत्रों में आएंगे.
सूत्रों ने बताया कि सिलीगुड़ी में अधिकांश होटलों में मई महीने की बुकिंग हो चुकी है. इससे पता चलता है कि इस बार रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक दार्जिलिंग और सिक्किम घूमने आएंगे. ऐसा नहीं है कि केवल पर्यटक पहाड़ी इलाकों में ही जाना पसंद करते हैं. बल्कि उनके लिए तराई और Dooars भी घूमने का पसंदीदा स्थल है. इन इलाकों में रिसोर्ट की भी बुकिंग हो रही है. पर्यटकों की संख्या का अनुमान करके वन्य प्राणियों के स्थल को भी सजाने और संवारने का काम Dooars के जंगलों में शुरू हो चुका है.
बहुत से पर्यटक सिलीगुड़ी आते हैं तो वह भूटान जाना भी पसंद करते हैं. क्योंकि भूटान भी बहुत ही खूबसूरत देश है. भूटान जाने के लिए भी पर्यटकों को पहले Dooars के होटल और रिसॉर्ट में रुकना पड़ता है. यहां घूमने के बाद ही वे भूटान जाते हैं. इसलिए पर्यटन व्यवसायी इस एंगल से भी अपने पर्यटन व्यवसाय को बढ़ाने में लगे हुए हैं.उम्मीद की जा रही है कि जैसे-जैसे मैदानी इलाकों में गर्मी बढ़ने लगेगी, पहाड़ों की ओर पर्यटकों का रुझान बढ़ता जाएगा. पर्यटकों की संभावित भीड़ का आकलन करके पर्यटन व्यवसायी वैकल्पिक सुविधाओं को विकसित करने में जुट गए हैं.
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