जुलाई का महीना आम आदमी के लिए मुसीबत बढ़ा सकता है. लगातार हो रही बरसात के चलते साग सब्जियों की महंगाई को झेल रहे आम लोग अब जुलाई महीने से पेट्रोलियम गैस से लेकर बैंक एटीएम के महंगे चार्ज को उठाने के लिए तैयार रहें. तेल महंगा होने का संकेत पहले ही मिल चुका है. इस महीने रेल यात्रा भी महंगी होने जा रही है.
1 जुलाई 2025 से कई बड़े बदलाव लागू होने जा रहे हैं. यह सीधे-सीधे आम लोगों की जेब और रोजमर्रा के कार्यों पर असर डालेंगे. रेलवे टिकट बुकिंग, क्रेडिट कार्ड पेमेंट, ऑनलाइन वॉलेट ट्रांजैक्शन और पैन कार्ड जैसे जरूरी कामों के नियम बदल रहे हैं. हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी सिलेंडर के दाम तय होते हैं. अगर सिलेंडर महंगा होता है तो किचन का बजट अपने आप बिगड़ जाएगा. इससे महिलाएं ज्यादा प्रभावित होंगी.
सबसे पहले महंगी होने जा रही रेल यात्रा की बात करते हैं. अगर आप रेल की स्लीपर बोगी में यात्रा करते हैं तो एक पैसे प्रति किलोमीटर की दर से टिकट की दर में वृद्धि होगी जबकि एसी क्लास वालों के लिए दो पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी होने जा रही है. भारतीय रेलवे ने कम दूरी की यात्रा करने वाले लोगों का किराया नहीं बढ़ाया है. अगर आप 500 किलोमीटर तक की दूरी तय करते हैं तो किराया अपरिवर्तित रहेगा. यह लोकल और सेकंड क्लास ट्रेनों के लिए है.
लेकिन अगर आप 500 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय करते हैं तो टिकट पर 50 पैसे प्रति किलोमीटर की वृद्धि की जा रही है. हालांकि यह वृद्धि मामूली ही होगी. रेलवे ने मंथली सीजन टिकट वालों पर कोई बोझ नहीं बढ़ाया है. रेलवे से ही जुड़े कुछ अन्य नियम जुलाई महीने से ही बदल रहे हैं. 1 जुलाई से तत्काल टिकट बुकिंग की प्रक्रिया में बदलाव हो रहा है.अगर आप आईआरसीटीसी से टिकट बुक करते हैं तो आधार प्रमाणीकरण जरूरी होगा.आपके मोबाइल पर ओटीपी भेजा जाएगा. ओटीपी डालने पर ही आपका टिकट आरक्षित माना जाएगा.
इसका सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि दलाली प्रक्रिया पर नियंत्रण लगेगा और रेल यात्रा करने के लिए लोगों को टिकट के लिए ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ेगा. वास्तविक लोग ही रेल यात्रा कर सकेंगे. क्रेडिट कार्ड बिल पेमेंट और क्रेडिट कार्ड वॉलेट पर नया चार्ज जुलाई महीने से ही लागू होने जा रहा है. एचडीएफसी बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए कुछ नए चार्ज लागू किए हैं. जैसे अगर आप dream11, MPL अथवा रमी जैसे गेम ऐप्स पर महीने में ₹10000 से ज्यादा खर्च करते हैं तो एक प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क देना होगा.
एचडीएफसी बैंक की ओर से कहा गया है कि पेटीएम मोबिक्विक और फ्रीचार्ज जैसे वॉलेट्स में भी ₹10000 से ज्यादा खर्च करने पर एक प्रतिशत अतिरिक्त चार्ज देना होगा.इसके अलावा बिजली, पानी, गैस आदि का पेमेंट करते हैं और यह ₹50000 से ज्यादा होता है तो अतिरिक्त शुल्क के लिए तैयार रहना होगा. इसी तरह से ईंधन पर ₹15000 से अधिक का मासिक खर्च होता है तो क्रेडिट कार्ड यूजर्स को एक प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क देना ही होगा.
उधर आइसीआइसीआइ बैंक ने एटीएम ट्रांजैक्शन को लेकर अपने नियमों में बदलाव किया है.अगर आपके पास आइसीआइसीआइ बैंक का एटीएम कार्ड है और आप अन्य बैंक के एटीएम से निकासी करते हैं तो महीने में तीन बार तक निकासी पर कोई शुल्क नहीं देना होगा. लेकिन अगर बार बार निकासी करते हैं तो प्रत्येक ट्रांजैक्शन पर ₹23 का चार्ज देना पड़ सकता है. सीधा अर्थ यह है कि एटीएम का इस्तेमाल महंगा होने जा रहा है.
आरबीआई के नए नियम भी सामने आए हैं. सभी क्रेडिट कार्ड बिल का पेमेंट भारत बिल पेमेंट सिस्टम के जरिए ही किया जाएगा. इससे फोन पे, बिल डेस्क Cred जैसे प्लेटफार्म प्रभावित होंगे. क्योंकि बीबीपीएस पर फिलहाल 8 बैंकों ने ही यह सुविधा शुरू की है. जुलाई महीने से पैन कार्ड बनवाने से संबंधित नए नियम जारी किए गए हैं.
अगर आप नया पैन कार्ड बनवाना चाहते हैं तो आधार कार्ड देना अनिवार्य होगा.अगर आपके पास पहले से ही पैन और आधार दोनों है तो उन्हें लिंक करना भी जरूरी है. इसके लिए सरकार ने 31 दिसंबर 2025 तक का समय दिया है.इस अवधि तक लिंक ना करने पर आपको जुर्माना देना पड़ सकता है और आपका पैन कार्ड अमान्य हो जाएगा.
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