आज सिलीगुड़ी, कोलकाता और पूरे बंगाल के लोगों के लिए गर्व का दिन है. खासकर सिलीगुड़ी और कोलकाता के लिए, जब प्रधानमंत्री ने 3200 करोड़ से अधिक लागत की दो राष्ट्रीय राजमार्ग सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास करके राज्य के लोगों को नए साल का एक तोहफा दिया है. इससे उत्तर बंगाल एवं भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में पर्यटन, रोजगार तथा व्यापार को बढ़ावा मिलेगा. इसके साथ ही सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी. अपने इस प्रोजेक्ट के जरिए प्रधानमंत्री ने उत्तर बंगाल और दक्षिण बंगाल के बीच दूरी को घटाया है…
बंगाल के लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नदिया जिले के ताहेरपुर में आयोजित सभा में बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था. भीषण ठंड और कोहरे के बावजूद हजारों की भीड़ जमा थी. वक्ता भाषण दे रहे थे. लेकिन जैसे-जैसे समय बीत रहा था, भीड़ प्रधानमंत्री की एक झलक देखने के लिए बेचैन हो रही थी. तभी आसमान में हेलीकॉप्टर उड़ता नजर आया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सवार थे. लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं था.
उस समय घना कोहरा था. एयरपोर्ट पर लो विजिबिलिटी थी. पायलट ने हेलीकॉप्टर उतारने की कोशिश की. लेकिन सुरक्षा प्रोटोकॉल और तकनीकी समस्याएं आड़े आ रही थीं. हेलीकॉप्टर सभा स्थल का चक्कर लगाता हुआ वापस कोलकाता एयरपोर्ट लौट आया. भीड़ अपने प्रधानमंत्री का प्रत्यक्ष दीदार नहीं कर सकी. इसलिए लोग मायूस भी हुए. लेकिन प्रधानमंत्री ने कोलकाता एयरपोर्ट पर लैंड होते ही ताहेरपुर की जनता को वर्चुअल संबोधित करना शुरू कर दिया.
उन्होंने रैली में पहुंचे लोगों से माफी मांगी और वादा किया कि जल्द ही वे ताहेरपुर आएंगे. प्रधानमंत्री ने कहा कि खराब मौसम के कारण कार्यक्रम स्थल पर नहीं पहुंच पाए. इसके लिए मैं दिल से क्षमा मांगता हूं. इसके बाद प्रधानमंत्री ने टीएमसी सरकार पर हमला शुरू कर दिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि टीएमसी घुसपैठियों को बचाने के लिए SIR का विरोध कर रही है. उन्होंने बंगाल की जनता से भाजपा को एक मौका देने की अपील की.
प्रधानमंत्री की रैली में शामिल होने के लिए कुछ भाजपा कार्यकर्ता ट्रेन से जा रहे थे. ट्रेन हादसे में उनकी मौत पर प्रधानमंत्री ने गहरा दुख जताया और शोक-संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की.
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि बंगाल में कई विकास परियोजनाएं राज्य सरकार की उपेक्षा के कारण लंबित पड़ी हैं. उन्होंने कहा कि अगर टीएमसी मेरा विरोध करना चाहती है तो करे लेकिन केवल राजनीतिक फायदे के लिए विकास को रोकना अच्छी बात नहीं है. उन्होंने बंगाल के लोगों से भाजपा को एक मौका देने की अपील की और कहा कि डबल इंजन की सरकार ही बंगाल का समुचित विकास कर सकती है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि बंगाल में महा जंगल राज चल रहा है. बंगाल का बच्चा-बच्चा कह रहा है. बंगाल का हर गांव ,शहर ,हर गली और मोहल्ला कह रहा है, बाचते चाई, बीजेपी ताई… उन्होंने कहा कि बिहार के चुनाव परिणाम ने संदेश दिया है कि वहां की जनता ने जंगल राज को एक स्वर से नाकार दिया. बंगाल की जनता भी यहां से महा जंगल राज को उखाड़ फेंकेगी.
उन्होंने कहा कि बिहार ने बंगाल को रास्ता दिखाया है. गंगा बिहार से होकर बंगाल जाती है. जिस तरह से बिहार को जंगल राज के हाथों में जाने से वहां की जनता ने बचाया है, ठीक उसी तरह से बंगाल को भी जंगल राज से मुक्ति दिलानी होगी. उन्होंने कहा कि मैं पूरे दिल से बंगाल के लिए समर्पित हूं. बंगाल के विकास के लिए फंड और नीतियों की कोई कमी नहीं है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि बंगाल में ऐसी सरकार है जो कमीशन में लगी रहती है. उन्होंने राज्य के प्रबुद्ध लोगों से अपील की कि वे बंगाल में बीजेपी की डबल इंजन की सरकार बनाकर अपने सपने पूरे करें. अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने महान साहित्यकार बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय को नमन किया और कहा कि वंदे मातरम ब्रिटिश शासन के खिलाफ संघर्ष का एक मंत्र था. उन्होंने कहा कि वंदे मातरम को राष्ट्र निर्माण का मंत्र बनाना है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में नदिया जिले और नदिया की भूमि को प्रणाम किया और कहा कि यह वह भूमि है जहां करुणा और भक्ति के स्वरूप महाप्रभु चैतन्य प्रकट हुए. बंगाल की यह भूमि बंकिम बाबू की भूमि है. बंकिम बाबू ने वंदे मातरम के जरिए नई चेतना प्रकट की. उन्होंने कहा कि बंगाल को दो बड़े हाई वे प्रोजेक्ट मिले हैं. इससे कोलकाता और सिलीगुड़ी की संपर्क व्यवस्था बेहतर होने वाली है.

