“हम एक उग्रवादी समूह हैं. जिसका नाम टेरराइजर्स 111 है. हमने आपके आवास के अंदर विस्फोटक रखा है. बचा सकते हो तो बचा लो…” आजकल कोलकाता से लेकर दिल्ली तक ऐसे धमकी भरे ईमेल की गूंज सुनाई पड़ रही है. धमकी भरे ईमेल के बाद एक तरफ प्रशासन के हाथ पांव फूल उठे हैं, तो दूसरी तरफ लोकसभा चुनाव की सुरक्षा में जुटे पुलिस सुरक्षा बल की भूमिका भी काफी महत्वपूर्ण हो गई है.
एक तरफ लोकसभा चुनाव की राजनीतिक गहमागहमी में पूरा बंगाल और देश डूबा है. नेताओं का शोर जारी है. तो दूसरी तरफ कुछ अवांछित तत्व देश के राजनीतिक माहौल को और खराब करने पर तुल गए हैं. यह कौन लोग हैं, अभी तक इसकी जानकारी नहीं हो सकी है. लेकिन जिस तरह से कोलकाता से लेकर दिल्ली तक धमकी भरे ईमेल भेजे जा रहे हैं, उससे चिंता बढी है. कोलकाता में एयरपोर्ट, नवान्न, म्यूजियम,स्कूल आदि को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है. फिलहाल लाल बाजार की खुफिया पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
राज्य में यह हलचल सर्वप्रथम कोलकाता एयरपोर्ट को बम से उड़ाने के बाद बढी है. एक ही हफ्ते में दो-दो बार ईमेल भेजे गए. दोनों ही ईमेल में कोलकाता एयरपोर्ट को उड़ाने और बम रखे जाने की धमकी दी गई थी. इसके बाद कोलकाता समेत राज्य के सभी एयरपोर्ट और सिलीगुड़ी के नजदीक बागडोगरा एयरपोर्ट की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. धमकी भरे ईमेल के बाद राज्य पुलिस का खुफिया विभाग इस दिशा में सक्रिय हो गया है. हालांकि प्रारंभिक जांच में कुछ नहीं मिला. जब ईमेल भेजने वाले ने कोलकाता एयरपोर्ट पर बम होने की धमकी दी. उसके बाद तलाशी अभियान चलाया गया. लेकिन उसमें कुछ भी नहीं मिला. ईमेल फर्जी पाया गया.
इससे पहले कोलकाता के सभी प्रसिद्ध स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी. बच्चों और अभिभावकों में आतंक व्याप्त हो गया था. इसी तरह की धमकी दिल्ली और नोएडा के कुछ प्रतिष्ठित स्कूलों को भी बम से उड़ाने का धमकी भरा ईमेल भेजा गया है. कोलकाता के स्कूलों में चलाए गए तलाशी अभियान में पुलिस ने पाया कि यह सभी मेल फर्जी थे. जबकि दिल्ली और नोएडा में 100 से ज्यादा स्कूलों में बम की धमकी के मामले की जांच कर रही एजेंसियों को लगता है कि भारत के अंदर अस्थिरता लाने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर यह साजिश की जा रही है.
आज सुबह लगभग 4:00 नोएडा और ग्रेटर नोएडा के 40 से ज्यादा स्कूलों में एक मेल के जरिए बम की धमकी मिली थी.इसकी खबर मिलते ही स्कूलों में अफरा तफरी का माहौल बन गया. छात्रों को तुरंत क्लास से बाहर निकाल दिया गया. स्कूलों ने अभिभावकों से अपने बच्चों को वापस ले जाने का मैसेज किया. ठीक इसी तरह से कोलकाता के कुछ स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी के बाद अफरा तफरी का माहौल कायम हो गया था. जिस तरह से दिल्ली के कुछ चर्चित स्कूलों में तलाशी के बाद पुलिस को कुछ नहीं मिला है, ठीक उसी तरह से कोलकाता के स्कूलों में भी पुलिस को बम नहीं मिला.
मंगलवार को जो मेल भेजे गए थे, उनमें नवान्न, राज भवन, म्यूजियम के अलावा राष्ट्रपति के सचिव को भी धमकी भरे मेल भेजे गए थे. केवल इतना ही नहीं, कोलकाता के कई प्रतिष्ठित स्थान और सरकारी दफ्तरों में भी धमकी भरे ईमेल भेजे गए थे. इन सभी स्थानों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी. इसके अलावा भी बिहार तथा दिल्ली के अधिकारियों को भी धमकी भरे ईमेल भेजे गए थे. हालांकि जांच में यह सभी ईमेल फर्जी पाए गए हैं. पुलिस पुलिस यह पता लगा रही है कि यह ईमेल किसने भेजे हैं. इसके पीछे किसी उग्रवादी संगठन का हाथ तो नहीं है? या किसी की यह शरारत है?
हालांकि पुलिस इसे हल्के में नहीं ले रही है. कोलकाता के सभी प्रतिष्ठित स्थानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. 2 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य के दौरे पर आ रहे हैं. वे राज भवन में ही रात्रि विश्राम करेंगे. उससे पहले ऐसे धमकी भरे ईमेल को लेकर प्रशासन की चिंता बढ़ गई है.
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