दार्जिलिंग: वैसे तो हसीनों की तारीफ बहुत कोई करते हैं, लेकिन यदि तारीफ टाइगर हिल की सुंदरता की करनी हो तो इसको बयां करने में बड़े से बड़े लेखक और कवि के पास भी शब्दों की कमी हो जाएगी |
अक्सर लोग कहते है, आप भी अपने जीवन में एक बार टाइगर हिल के उस चोटी पर जरूर जाए, जहां से कंचनजंगा की चोटी और अन्य पर्वतों की चोटियों के मनोरन् दृश्यों के दर्शन होते हैं | यह दृश्य इतने मनभावन होते हैं कि, विदेशों से भी पर्यटक इस दृश्य को निहार ने टाइगर हिल पहुंचते हैं | दार्जिलिंग से टाइगर हिल की दूरी लगभग 13 किलोमीटर है और यह 2590 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है | टाइगर हिल से सूर्योदय के शानदार नजारे को देखने के लिए हर साल सैलानी लाखों की तादाद में दार्जिलिंग पहुंचते हैं | एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचना हर किसी के लिए संभव तो नहीं, लेकिन दार्जिलिंग से सीधी रेखा में एवरेस्ट की दूरी 107 मील और टाइगर हिल से माउंट एवरेस्ट दिखाई देता है, इतना ही नहीं तीस्ता नदी, महानंदा नदी, बालासन नदी और मेची नदी को दक्षिण की ओर बहते हुए भी साफ देखा जा सकता हैं |
दार्जिलिंग को विश्व धरोहर बनाने में टाइगर हिल का बहुत बड़ा योगदान है, क्योंकि टाइगर हिल की विषेशताओं ने दार्जिलिंग को पूरे विश्व में प्रसिद्ध किया है, वैसे तो कंचनजंगा की चोटी पूरे विश्व की तीसरी सबसे ऊंची चोटी है और इस तीसरी सबसे ऊंची चोटी को आप टाइगर हिल से साफ-साफ देख पाते हैं, इससे बड़ी सौभाग्य की बात क्या है कि, हम दार्जिलिंग जिला में रहते हैं | दार्जिलिंग की चाय हो या, दार्जिलिंग की सुंदरता या फिर टॉय ट्रेन सच यदि इसका बखान शब्दों में करना हो तो यह इतना आसान नहीं, यदि आप भी इसकी सुंदरता को देखना चाहते हैं, तो टाइगर हिल जरूर पहुंचे और यहाँ की कुदरती सुंदरता को अपने आँखों से निहारे , टाइगर हिल में कड़ाके की ठंड पड़ती है, लेकिन यहां पहुंचने वाले पर्यटक ठंड को अनदेखा कर सुबह-सुबह कंचनजंगा और उगते सूर्य के दर्शन के लिए पहुंचते है |
चारों ओर छाए घनघोर अंधेरे के बीच जब गेरवा रंग की सूरज की किरणें धीरे धीरे बिखरती है तब आसमान भी सुंदर फूल की तरह खिल जाता है और उस दौरान कंचनजंगा की चोटी सुनहरे रंग की नजर आती है | अंधेरे के बीच चमकते हुए कंचनजंगा की सफेद चोटी किसी हीरे की पर्वत श्रृंखला के समान नजर आती है और बीच में बादलों का रास्ता, कुछ पल के लिए तो लोग स्वर्ग की काल्पनिक कहानियों में खो जाते हैं, लेकिन यह दृश्य कोई काल्पनिक कहानी नहीं यह टाइगर हिल की दास्तां है, जहां हर साल लाखों, लाखों पर्यटक पहुंचकर इस दस्ता को अपनी आंखों से निहारते है | बता दे कि,दार्जिलिंग में पर्यटकों का जन सैलाब आया हुआ है, इस कड़ाके की ठंड में टाइगर हिल की उस चोटी से उगते सूरज और कंचनजंगा के दृश्य को निहारने सैलानी पहुंच रहें हैं |
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)