September 8, 2024
Sevoke Road, Siliguri
उत्तर बंगाल जलपाईगुड़ी दार्जिलिंग मौसम सिलीगुड़ी

सिलीगुड़ी समेत पूरे उत्तर बंगाल में 5 दिनों तक भारी बारिश!

पश्चिम बंगाल में निर्धारित समय से लगभग एक हफ्ते पहले ही मानसून ने दस्तक दे दी है. सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल में मौसम में बदलाव और बारिश ने इसका एहसास भी करा दिया है. शुक्रवार को यहां मानसून पहुंच गया. मौसम विभाग के अनुसार अगले 5 दिनों तक सिलीगुड़ी और पूरे उत्तर बंगाल में भारी बारिश हो सकती है. इसके साथ ही तेज हवाएं भी चल सकती हैं. इससे पहले के पूर्वानुमान में कहा गया था कि मानसून उत्तर बंगाल में 5 जून और दक्षिणी बंगाल में लगभग 9 जून तक पहुंच सकेगा.

सिलीगुड़ी में धूप तो तेज नहीं है. परंतु ऊमस बढ़ गई है. मानसून के समय ऊमस बढने से बरसात का होना स्वाभाविक है. समय से पहले मानसून के पहुंचने के पीछे मौसम विभाग के अधिकारी रेमल को इसका कारण बताते हैं. रेमल यानी चक्रवाती तूफान के कारण ही मानसून निर्धारित समय से 6 दिन पहले ही पहुंच गया है. मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि चक्रवाती हवा के कारण मानसून बंगाल की खाड़ी के तट पर जल्दी पहुंच गया. चक्रवाती तूफान के चलते भारत के पूर्वी हिस्से को भारी क्षति पहुंची है.

मौसम विभाग के अनुसार जलपाईगुड़ी, दार्जिलिंग, कूचबिहार, अलीपुरद्वार, कालिमपोंग और पहाड़ के विभिन्न इलाकों में भारी बारिश की संभावना है. कालिमपोंग और सिक्किम में तो पिछले कई दिनों से हो रही बारिश के कारण तीस्ता नदी में कई इलाकों में बाढ़ सी स्थिति उत्पन्न हो चुकी है. सहायक नदियों का भी जल स्तर बढ़ रहा है. अब मानसून के आगमन से स्थिति और बिगड़ सकती है.

समतल और पहाड़ में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश का अनुमान लगाया गया है. दक्षिणी बंगाल में भी इसका असर दिखाई पड़ सकता है. कोलकाता और दक्षिण बंगाल के अन्य जिलों में गरज के साथ बारिश और तेज हवा चलने का भी अनुमान लगाया गया है. मौसम विभाग ने बताया है कि अगले तीन दिनों तक बिजली चमकने, बादल गरजने और जमकर बारिश होने के आसार हैं. इसके साथ ही तेज तूफान भी आ सकता है.

यह मानसून ऐसे समय में आया है, जब सिलीगुड़ी और बस्ती क्षेत्रों में पेयजल का संकट गहराया है. सिलीगुड़ी प्रशासन और नगर निगम फिलहाल सिलीगुड़ी के लोगों को पानी की किल्लत ना हो, इसकी व्यवस्था करने में जुटा हुआ है. ऊपर से मानसून के अचानक आगमन के साथ ही प्रशासन के समक्ष चुनौतियां बढ़ गई है. अब देखना होगा कि सिलीगुड़ी नगर निगम और प्रशासन इन चुनौतियों से कैसे निबटता है. अगर सिलीगुड़ी में भारी बरसात होती है तो जल जमाव की समस्या भी बढ़ेगी. क्योंकि कई निचले इलाकों में अभी ड्रेनेज देन की साफ सफाई भी नहीं हो सकी है.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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