December 30, 2024
Sevoke Road, Siliguri
उत्तर बंगाल दार्जिलिंग राजनीति लाइफस्टाइल

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पहाड़ दौरा कितना सफल रहा!

अपने वांछित राजनीतिक उद्देश्यों को लेकर दार्जिलिंग पहाड़ के तीन दिवसीय दौरे पर आई मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहाड़ की विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक स्थितियों का अवलोकन किया है. आज उन्होंने दार्जिलिंग के चौरास्ता में सरस मेले का उद्घाटन किया. मंगलवार को उन्होंने GTA के साथ प्रशासनिक बैठक की. इस बैठक में विकास बोर्ड की कार्य प्रणाली की समीक्षा करने के बाद मुख्यमंत्री ने कार्यकलापों में सुधार के लिए निगरानी प्रकोष्ठ का गठन किया.

आपको बता दें कि सत्ता में आने के बाद ममता बनर्जी ने विभिन्न पहाड़ी जनजातियों के विकास के लिए 16 विकास बोर्ड का गठन किया था. उस समय दार्जिलिंग में गोरखा लैंड का आंदोलन चरम पर था. कहा जाता है कि अलग राज्य की मांग को लेकर चलाए जा रहे आंदोलन को कमजोर करने के लिए मुख्यमंत्री ने यह कदम उठाया था. लेकिन बाद में जब आवंटित राशि में हेरा फेरी की शिकायत आने लगी, तो बोर्ड निष्क्रिय होते चले गए.

विकास बोर्ड पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे तो मुख्यमंत्री ने वर्ष 2021 में इन बोर्डों को फंड आवंटित करना स्थगित कर दिया. वर्तमान में कई बोर्ड के अध्यक्षों का कार्यकाल भी समाप्त हो चुका है. दार्जिलिंग जाने के लिए मुख्यमंत्री बागडोगरा एयरपोर्ट पर थी. उसी समय दार्जिलिंग के कई लोगों ने उनसे मिलकर लेपचा विकास बोर्ड के अध्यक्ष को बदलने की मांग की थी. ममता बनर्जी ने ऐलान कर दिया कि GTA के मुख्य कार्यकारी अनित थापा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष होंगे जबकि मिरिक नगर पालिका के प्रशासक एल बी राई इसके उपाध्यक्ष होंगे. तृणमूल कांग्रेस नेता गोपाल लामा को तमांग विकास बोर्ड का नया अध्यक्ष बनाया गया है.

ममता बनर्जी ने कहा कि प्रकोष्ठ की मदद से बोर्ड के कार्यों की निगरानी की जाएगी. इससे ऑडिट से लेकर अन्य प्रशासनिक कार्यों में भी मदद मिलेगी. मुख्यमंत्री के साथ प्रशासनिक बैठक में विभिन्न विकास बोर्डों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए थे. इसी प्रशासनिक बैठक में दार्जिलिंग और कालिमपोंग जिले के जिला शासक भी उपस्थित हुए. इस बैठक में पहाड़ में मार्केट हब स्थापित करने, पार्किंग स्थल बनाने, वैकल्पिक सड़क निर्माण इत्यादि विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई.

बैठक में अनित थापा ने मुख्यमंत्री की काफी तारीफ की और कहा कि मुख्यमंत्री जब भी पहाड़ पर आती हैं, तो पहाड़ को निराश नहीं करती हैं. उन्होंने कहा कि पहाड़ के विकास के लिए मैं मुख्यमंत्री के साथ मिलकर काम करूंगा. मुख्यमंत्री ने पहाड़ के युवाओं के कौशल विकास के लिए तीन कौशल विकास केन्द्रों की स्थापना करने की घोषणा की.

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पहाड़ पर कई रंग देखने को मिले. उन्होंने सड़क पर पैदल चला और बच्चों के बीच चॉकलेट का वितरण किया. उन्होंने पर्यटकों से भी बातचीत की. उन्होंने व्यवसाईयों की भी समस्याएं सुनी. उन्होंने जनसंपर्क का कोई भी मौका नहीं ग॔वाया. ममता बनर्जी ने रिचमंड हिल से बाहर निकल कर टहलना आरंभ किया और लगभग 5 किलोमीटर तक वह पैदल चली. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ मंत्री अरूप विश्वास, दार्जिलिंग और कालिंपोंग के कलेक्टर और अनित थापा को देखा गया.

जानकार मानते हैं कि सरस मेले का उद्घाटन और जीटीए के कामकाज के लिए मॉनिटरिंग सेल का गठन करके मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह संदेश दिया है कि पहाड़ से वह दूर नहीं हुई है. मुख्यमंत्री ने पहाड़ के युवाओं के लिए चार कौशल विकास केन्द्रों की स्थापना की भी घोषणा की और यह इस बात का संकेत है कि तृणमूल कांग्रेस पहाड़ के युवाओं से अधिक से अधिक जुड़ने की दिशा में कदम बढ़ा रही है. बहरहाल यह देखना होगा कि मुख्यमंत्री के तीन दिवसीय पहाड़ दौरे से पहाड़ के लोग मुख्यमंत्री से कितने संतुष्ट हुए हैं.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *