सिलीगुड़ी: शहर की शांत गलियों के पीछे छिपा एक खौफनाक रहस्य आखिरकार उजागर हो गया। सिलीगुड़ी महिला थाना पुलिस ने मानव तस्करी के एक सनसनीखेज मामले में दो महिला आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार महिलाओं की पहचान नमिता दास और जमीरन निसार के रूप में हुई है। इनमें से एक महिला सिलीगुड़ी के खालपारा रेड लाइट इलाके की निवासी है, जबकि दूसरी आरोपी असम से आई बताई जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, 22 अक्टूबर 2025 को महिला थाना में एक युवती ने ऐसी शिकायत दर्ज कराई, जिसने पुलिस को भी हैरान कर दिया। शिकायत में कहा गया कि जमीरन निसार नामक महिला उसे असम से बहला-फुसलाकर सिलीगुड़ी ले आई थी। यहां लाकर उसने उसे “काम” दिलाने के बहाने नमिता दास नाम की महिला के पास खालपारा के रेड लाइट इलाके में बेच दिया।
युवती ने लगभग दो महीने तक उस नर्क जैसे माहौल में बंद रहकर यातनाएं झेलीं। और फिर एक दिन मौका मिलते ही वो किसी तरह वहां से निकल भागी — सीधे महिला थाना पहुंची, जहां उसने पूरी कहानी सुनाई।
उसकी बात सुनकर पुलिस भी सकते में आ गई। तुरंत एक विशेष टीम गठित की गई, और इलाके की हर गतिविधि पर नजर रखी जाने लगी।
लगातार पीछा करने के बाद कल देर रात, पुलिस को पुख्ता खबर मिली — दोनों आरोपी उसी इलाके में मौजूद हैं।
रात के सन्नाटे में महिला थाना की टीम ने बिना शोर-शराबे के अचानक छापेमारी की, और दोनों महिलाओं को धर दबोचा।
अब दोनों से कड़ी पूछताछ चल रही है। पुलिस का मानना है कि यह मामला सिर्फ दो महिलाओं तक सीमित नहीं है — इसके पीछे एक पूरा नेटवर्क काम कर रहा है, जो असम और उत्तर बंगाल के बीच सक्रिय है।
जांचकर्ता इस बात का पता लगाने में जुटे हैं कि अब तक कितनी लड़कियों को इस गिरोह ने अपने जाल में फंसाया है।
पुलिस सूत्रों का कहना है, “यह तो बस शुरुआत है… बहुत कुछ अभी सामने आना बाकी है।”

