एक तरफ सिलीगुड़ी समेत पूरे प्रदेश में BLO के द्वारा घर-घर जाकर एस आई आर प्रपत्र वितरण का काम शुरू कर दिया गया है, तो दूसरी तरफ प्रदेश के किसी न किसी भाग से कुछ ऐसी खबरें भी आ रही हैं, जो अत्यंत खेद जनक है. जिनसे सवाल उठता है कि क्या चलता है कि फर्जी voters भी यहां अच्छे खासे हैं.
पहले सैकडों फर्जी वोटर कार्ड बरामद हुए थे और अब एक तालाब से सैकड़ो फेक आधार कार्ड बरामद हुए हैं. एस आई आर फार्म वितरण का तीसरा दिन है. लेकिन सिलीगुड़ी से लेकर कोलकाता तक जिस तरह की गहमागहमी चल रही है, उससे लगता है कि कहीं ना कहीं कुछ ना कुछ गड़बड़ जरूर है. पूर्वी बर्दवान में एक तालाब से सैकड़ो बरामद आधार कार्ड को यहां कौन फेंक गया था? पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है.
भारतीय जनता पार्टी इस घटना को लेकर पूरी तरह आक्रामक है. पार्टी की ओर से कहा जा रहा है कि एस आई आर के डर से फर्जी आधार कार्ड यहां फेके गए हैं. हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने इन कार्डों को नकली बताकर मामले को खत्म करने की कोशिश की है. पूर्वी बर्दवान में लोग चर्चा कर रहे हैं कि किसी ने रात के अंधेरे में तीन बोरों में आधार कार्ड तथा दूसरे दस्तावेज भरकर यहां फेंक दिया था. इन आधार कार्डों को लेकर पूरा माहौल गर्म है.
तीन बोडियों में भर भर कर आधार कार्ड मिले और इसकी सूचना ऊपर तक न पहुंचे, ऐसा हो नहीं सकता. नजदीकी थाने पूर्वस्थली की पुलिस मौके पर पहुंच गई. पानी में तैरते इन आधार कार्डों को बरामद कर लिया.आधार कार्ड किनके हैं और किस उद्देश्य से यहां फेके गए हैं, इन्हें यहां कौन फेंका है, यह सभी जांच का विषय है.
स्थानीय लोगों से जो जानकारी मिल रही है, उसके अनुसार आधार कार्ड पर कोई भी तस्वीर स्पष्ट नजर नहीं आ रही है. तालाब के निकट ही खेत में कुछ मजदूर सुबह में काम कर रहे थे. उन्होंने ही तालाब में तैरते आधार कार्ड को देखा और इसकी सूचना पुलिस को दी. तालाब से तीन बोरे बरामद हुए हैं. बीजेपी को मौका मिल गया है. बीजेपी कह रही है कि जैसे ही बंगाल में SIR शुरू हुआ है, फेक आधार कार्ड को नष्ट करने का सिलसिला शुरू हो गया है. यह आगे भी जारी रहेगा.
इस मुद्दे को लेकर भाजपा और टीएमसी में तलवारें खिंच चुकी है. स्थानीय भाजपा नेता परिमल मिस्त्री का कहना है कि इन नकली आधार कार्ड को यहां फेंकने वाला किस पार्टी से जुड़ा है, इसकी जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हम इसकी सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. दूसरी तरफ पूर्वस्थली उत्तर से टीएमसी के विधायक हैं तपन चटर्जी. जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह सभी डुप्लीकेट कार्ड हैं. इसलिए इन्हें यहां फेंका गया. पर सच्चाई क्या है यह तो पुलिस ही पता लगाएगी.
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह तो ट्रेलर मात्र है. आगे आगे देखिए होता है क्या! ऐसी घटनाएं भविष्य में भी देखने को मिल सकती हैं. जैसे-जैसे SIR की गहमागहमी बढ़ती जाएगी, ऐसी घटनाएं और भी देखने को मिल सकती हैं. राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार अगर सुवेंदु अधिकारी यह कहते हैं कि एस आई आर के बाद एक करोड़ फर्जी मतदाताओं के नाम कटेंगे, तो इसमें आश्चर्य ही क्या है!

