देशभर में आरजीकर अस्पताल कांड और पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष सुर्खियों में है. एक-एक करके संदीप घोष की कलई खुल रही है. उनके खिलाफ तमाम तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं .संदीप घोष ने अभी तक अपने ऊपर लगाए आरोप का जवाब नहीं दिया है. ना ही उन्होंने सीबीआई के सवालों का संतोष जनक उत्तर दिया है.
सीबीआई उनसे पूछताछ कर ही रही है कि इसी बीच उनके खिलाफ आरजीकर अस्पताल के पूर्व उप अधीक्षक अख्तर अली ने उन पर कई तरह के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि संदीप घोष अस्पताल में तमाम तरह की अनियमितताओं में शामिल थे. वह कई छात्रों को नुकसान पहुंचा चुके हैं. इसकी शिकायत करने के बावजूद उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती थी.
पिछले पांच दिनों से सीबीआई संदीप घोष से पूछताछ कर रही है. लेकिन वह सीबीआई को सहयोग नहीं कर रहे हैं. अब सीबीआई डॉक्टर संदीप घोष पर पॉलीग्राफिक मशीन का इस्तेमाल करने जा रही है. डॉक्टर संदीप घोष के साथ ही इस मामले के मुख्य आरोपी संजय राय की सच्चाई का पता लगाने के लिए सीबीआई झूठ का पता लगाने वाली मशीन का इस्तेमाल करने जा रही है. हालांकि कोर्ट में इसे अकाट्य सबूत नहीं माना जाता है.
अख्तर अली ने कहा कि उन्होंने पहले भी शिकायत की थी. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. राज्य सरकार ने डा संदीप घोष के खिलाफ SIT का गठन किया है. पर हैरानी की बात तो यह है कि जब इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है, तब सरकार इसकी अलग से एसआईटी जांच क्यों कराना चाहती है. जानकार मानते हैं कि यह संदीप घोष को बचाने के लिए किया गया सरकारी प्रयास हो सकता है. संदीप घोष पर अस्पताल में वित्तीय अनियमितता का भी आरोप लगा है. छात्रों को पास कराने के बदले में डॉक्टर संदीप घोष उनसे मोटी रकम वसूल करते थे, यह भी आरोप लगा है.
कोलकाता कांड के बाद आरजीकर मेडिकल अस्पताल के छात्रों ने डॉक्टर संदीप घोष को उनके पद से हटाने के लिए दबाव बनाया, तब उन्होंने इस कांड के तीन दिन बाद 12 अगस्त को इस्तीफा दे दिया था. बाद में कोलकाता हाई कोर्ट ने इस मामले में दखल दिया. सुप्रीम कोर्ट ने डॉ संदीप घोष को संदिग्ध माना है. सीबीआई ने अब उन पर दबाव बढाना शुरू कर दिया है. अस्पताल के प्रिंसिपल होने के नाते डॉक्टर संदीप घोष जूनियर डॉक्टर डॉक्ट महिला कांड में काफी जानकारी दे सकते हैं. ऐसे में वह खामोश क्यों है.
सीबीआई उनसे अब तक चार सवाल पूछ चुकी है, जिसका जवाब सीबीआई को नहीं मिला है. पहला सवाल था वारदात की सूचना मिलने पर उन्होंने क्या किया? दूसरा सवाल था वारदात के बाद किन-किन लोगों से उन्होंने बात की? तीसरा सवाल था पीड़िता की डेड बॉडी के लिए परिजनों को 3 घंटे तक इंतजार क्यों कराया गया? और चौथा सवाल था किसके कहने पर सेमिनार हॉल के पास रिनोवेशन के आदेश दिए गए थे?
आज भी सीबीआई डॉक्टर संदीप घोष से पूछताछ कर रही है. सीबीआई सूत्रों ने बताया कि पूर्व प्रिंसिपल के दर्ज कुछ बयान अन्य लोगों के बयान से मेल नहीं खाते. इसलिए सीबीआई का उन पर शक गहरा होता जा रहा है. अब सीबीआई उनके कॉल डिटेल्स और चैट की डिटेल्स की जांच में भी जुट गई है. आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल सरकार से भी डॉक्टर संदीप घोष को लेकर सवाल पूछा है कि क्या प्रिंसिपल ने हत्या को आत्महत्या बताया? क्या माता-पिता को 3 घंटे तक मिलने नहीं दिया गया? एफआईआर दर्ज करने में देरी क्यों हुई? वारदात के बाद मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल क्या कर रहे थे? तत्कालीन प्रिंसिपल को दूसरे कॉलेज में क्यों ज्वाइन कराया गया?
इन सभी सवालों का जवाब 22 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में दाखिल करना होगा. डॉ संदीप घोष पर शिकंजा कसने का एक और बड़ा कारण पीड़िता के परिजनों द्वारा उन पर लगाया गया एक गंभीर आरोप है. घर वालों का कहना है कि पहले हत्या को आत्महत्या का रंग देने की कोशिश की गई. सबूत के साथ छेड़छाड़ की गई और इन सब के लिए डॉक्टर संदीप घोष जिम्मेवार हैं.
सीबीआई जांच के दौरान ही डॉक्टर संदीप घोष पर एक और बड़ा आरोप लगा है. आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व उप अधीक्षक अख्तर अली ने दावा किया है कि डॉक्टर संदीप घोष लावारिश शवों को बेचने समेत कई अवैध गतिविधियों में शामिल थे. उनके खिलाफ यह भी आरोप लगा है कि वह बांग्लादेश में बायोमेडिकल अपशिष्ट और मेडिकल उपकरणों की तस्करी में भी लगे हुए थे. इन सभी सवालों के बीच घिरे डॉक्टर संदीप घोष की खामोशी ने सीबीआई को उनपर पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए मजबूर किया है.
स्थानीय अदालत ने सीबीआई को संजय राय पर पॉलीग्राफ टेस्ट करने की अनुमति पहले ही दे दी है. सीबीआई डॉक्टर संदीप के जवाब की प्रतीक्षा कर रही है. अगर उन्होंने सीबीआई के सवालों के सही-सही और संतोषजनक जवाब नहीं दिए तो सीबीआई उन पर पॉलीग्राफ टेस्ट कर सकती है. जिस तरह से यह मामला शक की बुनियाद पर खड़ा है और जिस तरह से इस मामले में लीपा पोती की गई है, उससे पल-पल की तस्वीर बदल रही है.
कल तक कुछ और तस्वीर सामने आ सकती है. कुछ और बड़ा खुलासा सामने आ सकता है. बहर हाल ऐसा लगता है कि डॉक्टर संदीप घोष की देर सबेर गिरफ्तारी हो सकती है और डॉक्टर संदीप घोष के गिरफ्तार होने के बाद कयास लगाया जा रहा है कि इसमें कुछ और बड़े लोगों की गिरफ्तारी तय है.
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)