December 18, 2024
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लाइफस्टाइल

नेपाल में ₹200 और ₹500 के भारतीय नोट अमान्य !

नेपाल भारत का पड़ोसी मित्र है. भारत और नेपाल के बीच व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंध दोनों देशों को एकजुट करता है. भारत और नेपाल के लोगों के लिए एक दूसरे देश में जाने का ना कोई पासपोर्ट और ना ही वीजा की जरूरत होती है. भारत और नेपाल की सीमा खुली हुई है. इसका फायदा अपराधी भी उठाते रहे हैं.

इन दिनों नेपाल में भारतीय करेंसी पर लगाए गए अघोषित प्रतिबंध को लेकर सुर्खियों में है. नेपाल में भारतीय करेंसी का अवमूल्यन शुरू हो गया है. यह कैसे हुआ और कौन कर रहा है, यह भी पता नहीं है. क्योंकि नेपाल सरकार ने भारतीय करेंसी पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है. नेपाल सरकार इसकी जांच करवा रही है. सूत्र बता रहे हैं कि केवल ₹100 का नोट ही नेपाल में मान्य है.अगर आप नेपाल में ₹100 से अधिक के सामान लेते हैं तो उस पर भंसार देना होगा यानी यह टैक्स होता है. जानकार मानते हैं कि भारत में ₹2000 के नोट बंद किए जाने के बाद नेपाल में भारतीय रुपए का अवमूल्यन शुरू हो गया है.

यह पहला मौका है जब नेपाल में भारतीय करेंसी का अवमूल्यन देखा जा रहा है. भारत का एक सौ रुपया नेपाल का ₹160 होता है. यह 1957 से ही चल रहा है.भारतीय रिजर्व बैंक तथा नेपाल राष्ट्र बैंक के बीच समझौता हुआ था.उस समय के बाद से इतने सालों बाद पहली बार नेपाल में भारत का एक सौ रुपया नेपाल का ₹150 हो गया है. यह कौन कर रहा है तथा किसकी शह पर कर रहा है, अभी तक पता नहीं चला है. नेपाल के किसी भी बाजार में चले जाइए. भारतीय नोट एक्सचेंज करने वाले जरूर बट्टा काटते मिल जाएंगे.

भारतीय नियमों के मुताबिक कोई भी भारतीय नेपाल में 25000 तक नगद लेकर जा सकता है. यह फेमा एक्ट के तहत जायज है. परंतु नेपाल में जो वर्तमान में व्यवस्था है,उसके अनुसार अब यह गैरकानूनी होगा. नेपाल की पुलिस आपको गिरफ्तार कर सकती है. लोगों की समझ में नहीं आ रहा है कि ऐसा अचानक क्या हो गया. जब नेपाल में भारतीय करेंसी अमान्य हो गई है.

हाल के दिनों में नेपाल में भारतीय करेंसी के अवमूल्यन ने दोनों देशों के बीच बाजार और व्यवसाय को काफी प्रभावित किया है. जानकारों के अनुसार नेपाल के व्यवसाय का 25% हिस्सा भारतीय मुद्रा पर ही टिका है. नेपाल में अनेक कैसीनो हैं. भारतीय व्यापारी अथवा सामान्य लोग यहां कैसीनो में किस्मत आजमाने जाते हैं. विराटनगर के आधा दर्जन कैसीनो में रोजाना 8 से 10 करोड़ भारतीय मुद्रा का खेल होता है. यही पैसा हवाला तथा अन्य माध्यमों से बाजार में पहुंचता है.इसी से आप समझ सकते हैं कि भारत और नेपाल के बीच आर्थिक रिश्ता कितना मजबूत है.

किंतु इस समय भारत नेपाल बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है. बट्टे का खेल पता नहीं भारत नेपाल के रिश्तो को और कितना प्रभावित करेगा. आज व्यापार प्रभावित हो रहा है. कल को रिश्ते भी प्रभावित हो सकते हैं. नेपाली कारोबारियों के मुताबिक 100000 में 1000 कमीशन में चला जाता है. कुछ लोगों के अनुसार भारत में नोटबंदी के बाद नेपाल में भारतीय मुद्रा वैसे ही पड़ी रह गई है. इसी का बदला लेने के लिए हाल के दिनों में नेपाल में यह सब खेल रचा जा रहा है.

नेपाल के कई व्यापारिक संस्थान और विशिष्ट क्षेत्रों के जाने-माने लोग मानते हैं कि भारतीय मुद्रा का अवमूल्यन होने से दोनों देशों के बीच पर्यटन, बाजार और रोटी बेटी के संबंधों पर भी फर्क पड़ेगा. दोनों देशों की सीमा पर लगने वाले बाजार इन दिनों वीरान दिखाई दे रहे हैं.जब भारतीय करेंसी नेपाल में अमान्य हो जाए तो समझा जाना चाहिए कि स्थिति कितनी गंभीर है. अब देखना है कि नेपाल और भारत इस मुद्दे पर अगला कदम क्या उठाते हैं!

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