सिलीगुड़ी: तीस्ता नदी उफान में है और इसके रौद्र रूप को देख इसके किनारे बसने वाले लोग भयभीत है | पहाड़ी क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण तीस्ता नदी का जलस्तर बढ़ गया है और अब तीस्ता उसके किनारे बसे ग्राम को अपना ग्रास बन रहा है | बता दे कि, लालटंग और चमकडांगी यह दो ऐसे गांव है, जिसको तीस्ता नदी ने बुरी तरह तबाह कर दिया है | गांव के गांव तीस्ता नदी में विलेन हो रहे हैं और लोग अपनी जान को बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंच रहे हैं | तीस्ता किनारे बसने वाले लोगों ने अपने आशियाने को तीस्ता का ग्रास बनते देखा, जिसके कारण वे बुरी तरह सदमे में है | दुर्गा पूजा दस्तक दे चूका है और ऐसे में जब लोग बेघर हो जाए, तो त्यौहारों की खुशी बुरी तरह फीकी पड़ जाती है | एक इंसान तिनका-तिनका जोड़कर अपना घरौंदा बनता है और जब उसका वही घरौंदा नदी के लहरों में विलीन हो जाए, तो लोगों को संभलने में समय लग जाता है | बता दे कि, प्रशासन की ओर से राहत कार्य जारी है | जलपाईगुड़ी के महकमा शासक, सिंचाई दफ्तर के इंजीनियर ,जिला परिषद सदस्य मनीषा रॉय, मेयर परिषद शोभा सुब्बा के साथ सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देब आज बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र में गए , उन्होंने लालटंग और चमकडांगी ग्राम के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का जायजा लिया, साथ उन्होंने इस विषम परिस्थिति में लोगों को सांत्वना देने की भी कोशिश की | वहीं प्रशासन की ओर से तीस्ता के भयावह लहरों के बीच नदी में बांध बांधने का काम जारी है, लेकिन तीस्ता की तेज धारा के कारण यह काम बाधित हो रहा है, जानकारी यह भी मिली है कि, क्षेत्र में कल दो हाथियों ने काफी तांडव मचाया, जिसके कारण लोग भयभीत है | मेयर ने इस दौरान कहा कि, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में अपनी नजर बनाए हुए हैं और वह हर संभव प्रयास कर रही है, जिससे लोगों को राहत मिले | आज मेयर गौतम देब ने बाढ़ पीड़ितों के बीच भोजन वितरण, के साथ आवश्यक सामग्री को प्रदान किया |
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