पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शहीद दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने प्रधानमंत्री से पूछा कि आपने बेटी बचाओ का नारा दिया था. क्या यही है आपका नारा? जहां मणिपुर में बेटियों की अस्मत लूटी जा रही है. लेकिन आप चुप हैं और जब पश्चिम बंगाल में कोई घटना घटती है तो आपकी सरकार हाय तौबा मचाने लगती है.
लाखों की भीड़ को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी आने वाले चुनाव में देश की महिलाएं आप को सत्ता से बाहर कर देंगी. उन्होंने कहा कि आज मणिपुर जल रहा है. बिलकिस बानो मामले में आरोपियों को जमानत पर रिहा कर दिया गया. पहलवान मामले में बृजभूषण सिंह को भी जमानत मिल गई. यह सब क्या है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महंगाई का मुद्दा भी उठाया और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. ममता बनर्जी ने कहा कि 2024 में एक नए भारत का जन्म होगा. आम जनता भाजपा को केंद्र से हटाएगी. जिस तरह से मणिपुर की महिलाओं पर अत्याचार किया गया है, वह बेहद निंदनीय है. भाजपा सरकार को शर्म आनी चाहिए. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन दिल्ली चलो अभियान का नारा दिया है.
दूसरी ओर राज्य भाजपा ने शहीद दिवस पर ही पूरे राज्य में बीडीओ दफ्तर के घेराव का कार्यक्रम किया. सिलीगुड़ी भाजपा ने सिलीगुड़ी महकमा के अंतर्गत 4 बीडीओ कार्यालय का घेराव कार्यक्रम किया. इसमें बूथ स्तर से लेकर कार्यकर्ता और नेता मौजूद थे. सभी बीडीओ दफ्तर के आगे 144 धारा लगा दी गई थी. भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को बीडीओ कार्यालय में घुसने नहीं दिया गया.
इस बीच मणिपुर की घटना के बाद बंगाल में घटी एक और घटना ने राजनीतिक गलियारों मे भूचाल ला दिया है. हावड़ा की पांचला इलाके में पंचायत चुनाव के मतदान के लिए ग्राम पंचायत की महिला प्रत्याशी ने तृणमूल कार्यकर्ताओं पर शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. प्रत्याशी का आरोप है कि तृणमूल कार्यकर्ताओं ने उसे निर्वस्त्र कर पूरे गांव में घुमाया. महिला ने अपनी शिकायत में कहा है कि मुझे तृणमूल के लगभग 40-50 उपद्रवियों ने मारा पीटा. यह घटना 8 जुलाई की बताई जा रही है. पांचला थाने में एफ आई आर दर्ज किया जा चुका है. बंगाल भाजपा के सह प्रभारी अमित मालवीय ने इसे लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट करके कहा है कि ममता बनर्जी को क्या कोई शर्म है? आपके राज्य सचिवालय से कुछ ही दूरी पर यह घटना हुई है.
21 जुलाई का दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के लिए कहीं ना कहीं अपशकुन भी साबित हुआ है. धर्मतला में तृणमूल कांग्रेस द्वारा आयोजित शहीद दिवस की विराट जनसभा को संबोधित करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने घर से निकलने वाली थी. उसी समय एक युवक पुलिस की स्टीकर लगी कार पर सवार होकर कालीघाट स्थित ममता बनर्जी के आवास के पास की गली में पहुंचा. उसके पास एक बैग था. संदेह होने पर पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया. बैग की तलाशी ली गई तो उसमें से भुजौली समेत कई हथियार बरामद किए गए. कालीघाट पुलिस ने संदिग्ध व्यक्ति का नाम नूर आलम बताया है. उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
इस घटना के बाद पुलिस संदिग्ध युवक नूर आलम की कुंडली खंगालने में जुट गई है. कालीघाट पुलिस ने गाड़ी के मालिक का पता लगाया है. उसका नाम नूर हमीम बताया जा रहा है.वह पश्चिम मिदनापुर के अलीगंज कसाई पारा का रहने वाला है. पुलिस ने मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा बढ़ा दी है. विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कालीघाट थाने के आई सी और ओसी को निलंबित करने की मांग की है. उन्होंने एक बयान में कहा है कि राज्य की पुलिस अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रही है.