November 23, 2024
Sevoke Road, Siliguri
उत्तर बंगाल जुर्म सिलीगुड़ी

माटीगाड़ा हत्याकांड: पुलिस को चार्जशीट तैयार करने से कौन रोक रहा है?

माटीगाड़ा के बहुचर्चित छात्रा हत्याकांड की जांच कर रही पुलिस जल्द से जल्द चार्जशीट तैयार करके कोर्ट में ट्रायल शुरू कराना चाहती है. सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस खुद चाहती है कि इस मामले का त्वरित समाधान हो और कातिल को जल्द से जल्द सजा मिले. सिलीगुड़ी और माटीगाड़ा की जनता भी यही चाहती है. खुद पीड़िता के माता-पिता, परिजन, शुभचिंतक सब यही चाहते हैं कि जल्द से जल्द पुलिस हत्याकांड की जांच करे और आरोपी कातिल को सजा दिलाए.

अपने पराए सब यही चाहते हैं. और इसीलिए सिलीगुड़ी की सड़कों पर धरना, प्रदर्शन, हंगामा चल रहा है. जैसे-जैसे वक्त बीत रहा है, लोगों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है. पुलिस पर उनका गुस्सा इसलिए भी है कि पुलिस ने अभी तक चार्जशीट तैयार नहीं की है. ऐसे में आरोपी कातिल को इतनी जल्दी सजा कैसे हो पाएगी. क्योंकि मामला हत्या से जुड़ा है और जब तक पुलिस को सबूत या साक्ष्य नहीं मिल जाता, तब तक कानून आरोपी को मुजरिम नहीं ठहरा सकता.

मामले की जांच कर रही पुलिस कोर्ट में रिपोर्ट पेश करने के लिए तथा आरोपी के खिलाफ ट्रायल शुरू करने के लिए कानूनी प्रक्रिया के तहत हत्या का सीन रीक्रिएट करना चाहती है. चार्ज शीट तैयार करने के लिए यह जरूरी होता है. हत्यारोपी व्यक्ति से घटना का पुनः निर्माण करवाने के लिए पुलिस कहती है.अब तक पुलिस हिरासत में आरोपी कातिल ने हत्या से जुड़ी अनेक सच्चाइयों को सामने रखा है. पुलिस ने आरोपी कातिल का पिछला रिकॉर्ड भी ढूंढ निकाला है. इससे पता चलता है कि आरोपी कातिल एक अपराधी किस्म का व्यक्ति है. चोरी, छिनताई और नशा संबंधित मामलों में वह पहले भी आरोपी रह चुक चुका है. माटीगाड़ा पुलिस ने पहले भी उसे अन्य कई मामलों में गिरफ्तार किया था.

पुलिस ने यह भी पता लगा लिया है कि हत्यारोपी ने 22 साल की उम्र में दो-दो शादियां की थी. लेकिन नशे की लत ने उसकी शादीशुदा जिंदगी को तबाह कर दिया. उसकी दोनों पत्नियां आरोपी को उसके हाल पर छोड़कर चली गई थीं. पुलिस ने आरोपी से पूछताछ में यह पता लगाया है कि जिस बालिका के कत्ल का उस पर आरोप लगा है, वह उसे पहले से ही जानता था. दोनों की बातचीत होती थी. आरोपी अब्बास छात्रा का दार्जिलिंग मोड़ के पास इंतजार करता मिलता था. अब्बास ने पुलिस को बताया है कि कुछ दिनों पहले ही दोनों का परिचय हुआ था.

21 अगस्त को अब्बास रोजाना की तरह दार्जिलिंग मोड पर साइकिल से आया था और स्कूल की छुट्टी होने का इंतजार कर रहा था. स्कूल की छुट्टी होने पर अब्बास ने बालिका को अपनी साइकिल पर बैठाया और उसे घटनास्थल पर ले गया था. इसके बाद उसने छात्रा के साथ दुष्कर्म करने की चेष्टा की. लेकिन इसमें सफल नहीं हो सका तो उसने ईट से मार मार कर छात्रा का काम तमाम कर दिया. इसके बाद वह वहां से घर चला आया और घर में ही दुबककर रह गया. जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था.

माटीगाड़ा पुलिस ने आरोपी कातिल से पूछताछ लगभग पूरी कर ली है. कोर्ट में प्रस्तुत करने के लिए रिकॉर्ड भी तैयार कर लिया है. परंतु घटना का पुनः निर्माण जरूरी है और जब तक यह काम पूरा नहीं होता है, पुलिस आरोपी के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा शुरू नहीं कर सकती. घटना के सीन को रीक्रिएट करने के लिए यह जरूरी है कि मामला शांत हो. क्योंकि पुलिस को डर है कि अगर उत्तेजित माहौल में आरोपी कातिल को घटनास्थल पर लाया जाता है तो पब्लिक हिंसक हो सकती है. यही कारण है कि माटीगाड़ा पुलिस आरोपी को घटना का रिक्रिएशन करने के लिए घटनास्थल पर नहीं ले जाना चाहती है. सूत्रों ने बताया कि मामला शांत होने तक पुलिस कोई भी जोखिम जोखिम उठाना नहीं चाहती. यही कारण है कि कोर्ट में न्यायिक प्रक्रिया शुरू करने में विलंब हो रहा है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *