सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी में जल संकट से शहर वासी परेशान हो चुके है, बता दे कि, गाद से तीस्ता नदी का बहाव अवरुद्ध होने के कारण सिलीगुड़ी में आम लोगों को एक बार फिर पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। शहर के विभिन्न वार्डों में पर्याप्त जलापूर्ति नहीं होने से निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वैसे तो यह समस्या हर साल गर्मियों में होती है, लेकिन इस साल स्थिति और भी जटिल हो गई है।
सूत्रों के अनुसार हाल ही में सिक्किम में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण तीस्ता नदी में काफी मात्रा में गाद जमा हो गया है। इस गाद के जमा होने से सिलीगुड़ी का सामान्य जल संग्रहण प्रक्रिया बाधित हो रही है। जिसका सीधा असर शहर की जलापूर्ति व्यवस्था पर पड़ रहा है। इस स्थिति में बुधवार को राज्य के सिंचाई मंत्री मानस भुइयां ने अपनी चिंता जाहिर की। इसके बाद गुरुवार को सिलीगुड़ी के मेयर गौतम देब ने सिलीगुड़ी नगर निगम के सभागार में आपात बैठक की। बैठक में पीएचई और सिंचाई विभाग के अधिकारी, सिलीगुड़ी के डिप्टी मेयर रंजन सरकार, जल विभाग के एमआईसी और जल के सहायक एमआईसी भी मौजूद थे।
बैठक के बाद मेयर गौतम देव ने पत्रकारों से कहा, “स्थिति से निपटने के लिए नगर निगम शुरू से ही सक्रिय है। आज सुबह से विभिन्न वार्डों में जलापूर्ति सामान्य है।” उन्होंने यह भी कहा कि, भविष्य में स्थिति न बिगड़े, इसके लिए कई तैयारियां की गई हैं। मसलन, शहर में अतिरिक्त पानी की टंकियां लगाई जा रही हैं, जल संरक्षण केंद्रों की संख्या बढ़ाई जा रही है और गाद हटाने का काम तेजी से किया जा रहा है। कुल मिलाकर नगर निगम और संबंधित विभाग युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं। शहरवासियों के एक वर्ग ने कहा कि, हालांकि समस्या पुरानी और मौसमी है, लेकिन इस बार प्रशासनिक स्तर पर त्वरित कार्रवाई से कुछ राहत मिल रही है। हालांकि, जानकारों का मानना है कि, अगर इसका स्थायी समाधान नहीं निकाला गया, तो यह समस्या हर साल लौटेगी।
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