रविवार 9 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनका मंत्रिमंडल शपथ ग्रहण लेगा. आज एनडीए की बैठक में नरेंद्र मोदी को नेता चुन लिया गया. उनके नाम पर एनडीए की बैठक में सर्वसम्मति से मुहर लग गई. इसके बाद एनडीए के घटक दलों के नेताओं ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने के लिए एनडीए के नेता अमित शाह, राजनाथ सिंह, जेपी नड्डा, नीतीश कुमार, एकनाथ शिंदे समेत 16 दलों के नेता राष्ट्रपति भवन गए थे. उन्होंने राष्ट्रपति को समर्थक सांसदों की सूची सौंप दी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम 6:00 बजे राष्ट्रपति से मुलाकात करने गए. राष्ट्रपति ने उन्हें सरकार बनाने का न्यौता दे दिया है. 9 जून को प्रधानमंत्री का शपथ ग्रहण होगा. राष्ट्रपति द्वारा प्रधानमंत्री को नामित करने के बाद आधिकारिक तौर पर शपथ ग्रहण का समय और स्थान तय किया जाता है. यह एक संवैधानिक परंपरा है .इसका पालन सभी को करना होता है. लोकसभा में एनडीए को 293 सीटें हासिल हुई है.जो बहुमत के जादुई आंकड़े 272 से अधिक है. भारतीय जनता पार्टी को अकेले दम पर बहुमत नहीं मिला है. इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहयोगियों के साथ मिलकर सरकार चलाएंगे.
आज सुबह एनडीए संसदीय दलों की बैठक में नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना गया. इस बैठक में अनुप्रिया पटेल जीतन राम मांझी चिराग पासवान एकनाथ शिंदे अजीत पवार नीतीश कुमार चंद्रबाबू नायडू एचडी कुमार स्वामी पवन कल्याण अमित शाह जेपी नड्डा राजनाथ सिंह इत्यादि नेता मौजूद रहे इसके बाद नरेंद्र मोदी लालकृष्ण आडवाणी से आशीर्वाद लेने उनके घर पहुंचे. संसदीय दल की बैठक में नरेंद्र मोदी ने कहा कि एनडीए का एलाइंस सबसे सफल गठबंधन है. उन्होंने कहा कि यह सत्ता प्राप्त करने का, सरकार चलाने का अथवा कुछ दलों का जमावड़ा नहीं है. यह राष्ट्र प्रथम की मूल भावना से नेशन फर्स्ट के प्रति समर्पित समूह है.
संसदीय दल की बैठक में नरेंद्र मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार ने देश को अच्छा शासन दिया है. इसलिए एनडीए का मतलब ही गुड गवर्नेंस है. यह एक पर्यायवाची शब्द बन गया है. हम सबके केंद्र बिंदु में गरीब कल्याण और गुड गवर्नेंस सर्वोपरि रहा है. भारत के राजनीतिक इतिहास में और भारतीय राजनीति के गठबंधन के इतिहास में प्री एलाइंस इतना सफल कभी भी नहीं हुआ है जितना कि एनडीए का हुआ है. प्रधानमंत्री के रूप में लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण के बाद नरेंद्र मोदी पंडित जवाहरलाल नेहरू के बाद पहले प्रधानमंत्री होंगे, जिन्होंने लगातार तीन पारियां संभाली.
पुराने संसद भवन में एनडीए संसदीय दल की बैठक हुई थी. इस बैठक में राजनाथ सिंह ने प्रस्ताव रखा. उसके बाद एकमत से प्रस्ताव पारित कर दिया गया. प्रस्ताव के दौरान चंद्रबाबू नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मंच पर मौजूद रहे. नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी को लक्ष्य में रखकर कहा कि आप जो कर रहे हैं बहुत अच्छा कर रहे हैं. देश की सेवा कर रहे हैं. हम सभी आपके साथ हैं. उन्होंने इंडी गठबंधन के नेताओं पर चुटकी लेते हुए कहा कि अगली बार में वे सभी साफ हो जाएंगे.
बैठक में अमित शाह, चंद्रबाबू नायडू, गडकरी आदि नेताओं ने भी प्रधानमंत्री की काफी प्रशंसा की और नवनिर्वाचित सांसदों को बधाई दी. नरेंद्र मोदी ने सभी नेताओं के प्रति आभार जताया. नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यह मेरा सौभाग्य है. एनडीए के नेता के रूप में आप सब साथियों ने मुझ पर नया दायित्व दिया है. इसके लिए मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं.
2019 में मैंने एक बात पर बल दिया था, विश्वास. जब आप मुझे फिर से एक बार यह दायित्व देते हैं तो इसका मतलब है कि हम दोनों के बीच आपस में विश्वास का सेतु अटूट है. यह अटूट रिश्ता विश्वास की मजबूत धरातल पर है. आप सबके लिए जितना धन्यवाद करूं, वह बहुत कम है.
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