सिलीगुड़ी के निकट माटीगाड़ा स्थित उत्तरायण टाउन शिप में एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया है. इस घटना में मां और बेटे की मौत हो गई. जबकि बेटी नेवटिया अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही है. आज सुबह सिलीगुड़ी लौटे पति को घटना की जानकारी दी गई तो वह सदमे में आ गए. उन्हें हार्ट अटैक हुआ है. फिलहाल वह अस्पताल में भर्ती हैं. इस घटना के बारे में अलग-अलग लोगों से जो जानकारी मिल रही है, उसके हिसाब से यह पूरी घटना रहस्यमय होती जा रही है.
सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि उत्तरायण टाउनशिप स्थित जोन E 9 के एक बंगला नुमा मकान में सुजीत दास का परिवार रहता था. उनके परिवार में पत्नी तिथि दास उम्र 40 साल और एक बेटा और एक बेटी थी. बेटी का नाम तेजल दास, जिसकी उम्र 18 साल बताई जाती है जबकि बेटा मात्र 8 साल का था. उसका नाम तेजस दास बताया गया है.
सिलीगुड़ी और उत्तर भारत में पिछले दो दिनों से कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. 1 जनवरी को पूरा सिलीगुड़ी शहर पिकनिक मनाने में जुटा था. यह परिवार भी नए साल के लिए कुछ स्पेशल खाना तैयार कर रहा था. क्योंकि ठंड अत्यधिक थी, इसलिए सुजीत दास के घर वालों ने अपने मकान की खिड़की और दरवाजे अच्छी तरह बंद कर लिए ताकि बाहर की ठंडी हवा अंदर नहीं आ सके.
लेकिन जब इससे भी ठंड की अनुभूति कम नहीं हुई तो यह परिवार घर में ही अलाव जला कर खा पीकर सो गया. सोने से पहले उन्होंने अलाव बुझाने की जरूरत नहीं समझी. उन्होंने सोचा कि अलाव जलते रहने से घर में ठंडक कम होगी और कमरा गर्म रहेगा. उस समय परिवार में मां तिथि दास, बेटा तेजस दास तथा बेटी तेजल दास के अलावा कोई नहीं था. सुजीत दास किसी काम से शहर से बाहर गए थे.
सुबह हुई तो तेजल दास की आंख खुली. वह काफी थकी थकी महसूस कर रही थी. उसके पेट में दर्द हो रहा था और वह पीड़ा से कड़ाह रही थी. उसने मां को आवाज लगायी. इसके बाद वॉशरूम में जाकर उसने देखा कि उसकी मां अचेत पड़ी है. जबकि बेड पर उसका भाई अचेत पड़ा था. यह देखकर तेजल घबरा गई और इसी घबराहट में उसने अपने रिश्ते के एक मामा को फोन कर दिया.
तेजल के मुंह से सारी वस्तु स्थिति जानकर परिचित व्यक्ति तुरंत ही उनके घर पर पहुंच गया. तब तक तेजल भी अचेत पड़ गई थी. घर में मां, बेटी और बेटे को अचेत अवस्था में देखकर परिचित व्यक्ति ने घबराकर तुरंत ही डॉक्टर को बुलाया. तब तक घटना की जानकारी पाकर पड़ोसी भी वहां एकत्र हो गये. डॉक्टर ने तीनों ही अचेत व्यक्तियों की नब्ज टटोलकर देखी, तो मां और बेटे की सांस नहीं चल रही थी. जबकि तेजल अचेत अवस्था में पड़ी थी. उसे तुरंत ही नियोटिया अस्पताल में ले जाया गया, जहां उसकी सघन चिकित्सा चल रही है.
इस बीच घटना की सूचना पाकर माटीगाड़ा पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और छानबीन में जुट गई. आरंभिक जानकारी में सामने आया है कि बंगले की खिड़की और दरवाजे बंद करने तथा घर के भीतर अलाव जलाने से कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ गई जबकि ऑक्सीजन की मात्रा घट गई. कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ने और ऑक्सीजन घटने के कारण यह घटना घटी हो सकती है.
पुलिस ने अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है. मां और बेटे के शव को पोस्टमार्टम के लिए उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया है. पुलिस मृतका के पति सुजीत दास के बयान की प्रतीक्षा कर रही है. जानकारी मिली है कि सुजीत दास एक ठेकेदार है. सुजीत दास आज सुबह घर लौटे और घटना के बारे में जानकर हार्ट अटैक का शिकार हो गए हैं. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
इस मामले के कई पहलू भी सामने आ रहे हैं, जिससे यह घटना पूरी तरह रहस्यमय होती जा रही है. यह भी कहा जा रहा है कि उस मकान में मां, बेटे, बेटी और एक अन्य व्यक्ति भी सो रहा था. लेकिन उस व्यक्ति को कुछ नहीं हुआ. अगर कमरे में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ गई थी तो इसका असर तो अन्य लोगों पर भी पड़ना था. परंतु चौथे व्यक्ति को कुछ नहीं हुआ. हालांकि पुलिस फिलहाल शवों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है.
पुलिस सुजीत दास से भी पूछताछ करना चाहती है.इस घटना के बारे में अलग-अलग लोग अलग-अलग तरह की बातें बता रहे हैं. जिससे पुलिस भी कंफ्यूजड महसूस कर रही है. सही जानकारी तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही हो सकेगी. या फिर सुजीत दास के बयान से ही घटना की सही दिशा का पता चल सकेगा.
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