उत्तर बंगाल राज्य परिवहन निगम ने राज्य की महिला यात्रियों की सुरक्षित और निर्भीक यात्रा को ध्यान में रखकर लेडीज स्पेशल बस सेवा की शुरुआत कर दी है, तो दूसरी तरफ परिवहन निगम के द्वारा पुरानी और सड़क पर चलने के लिए रिटायर्ड हो चुकी एसी बसों को मरम्मत करके शादी, विवाह या पार्टी के लिए किराए पर देने का काम शुरू कर दिया गया है. अगर आप शादी, विवाह, पिकनिक या सामाजिक काम के लिए सरकारी एसी बस किराए पर लेना चाहते हैं तो निगम के दफ्तर से अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं.
उत्तर बंगाल परिवहन निगम की ओर से ऐसी दो एसी बसों को किराए पर देने का फैसला किया गया है, जो काफी पुरानी हो चुकी है और अब सड़क पर चलाने योग्य नहीं है. एक तरह से उन्हें रिटायर्ड कर दिया गया है. निगम ने ऐसी बसों को मरम्मत करा कर किराए पर देकर पैसा कमाने का फैसला किया है. फिलहाल दो एसी बसें ही किराए के लिए उपलब्ध हैं. अधिकारी दीपक राहा ने बताया कि हमने हर किसी को बसें किराए पर देने का फैसला नहीं किया है. केवल स्कूल अथवा संस्था के अनुरोध पर AC बस उपलब्ध कराई जाएगी, जिसका किराया प्रति किलोमीटर ₹54 होगा.
चेयरमैन पार्थ प्रतीम राय ने कहा कि विभाग की साधारण बसें पहले से ही शादी या समारोह के लिए दी जा रही हैं. किंतु अभी तक एसी बसों को किराए पर नहीं दिया गया था. लेकिन एसी बसें रखी रखी खराब हो रही थीं. इसलिए फैसला किया गया कि इन बसों को ठीक करके उसे किराए के लिए उपलब्ध कराया जाए. आमतौर पर शादी या दूसरे इवेंट्स पर लोग AC बसों की मांग करते हैं.इसलिए संगठन ने शादी विवाह या दूसरे इवेंट के लिए एसी बसों को किराए पर देना शुरू कर दिया है.
दूसरी तरफ उत्तर बंगाल परिवहन निगम के द्वारा महिला सुरक्षा को ध्यान में रखकर शुरू की गई एसी बस सेवा कूचबिहार से अलीपुरद्वार रूट पर शुरू हो चुकी है और निगम को प्राथमिक सफलता भी मिल रही है. लेडीज स्पेशल बस में केवल महिला यात्री ही सफर कर सकती हैं. बस ड्राइवर और कंडक्टर भी महिला हैं. उत्तर बंगाल परिवहन निगम सूत्रों ने बताया कि लेडीज स्पेशल बस की पहली यात्रा कूचबिहार सेंट्रल बस टर्मिनल से सुबह 10:00 बजे शुरू हुई.
लेडीज स्पेशल एसी बस सेवा का संचालन और रखरखाव महिला के हाथो में ही है. उत्तर बंगाल परिवहन निगम ने काफी पहले इस तरह की पहल की थी. ताकि बस में यात्रा करने वाली महिलाओं की अधिक से अधिक सुरक्षा हो सके और वह बिना किसी तनाव के अपनी यात्रा जारी रख सके. एक लंबे अरसे के बाद निगम ने महिलाओं का यह सपना पूरा किया है.
उत्तर बंगाल परिवहन निगम के चेयरमैन ने कहा कि हमें उम्मीद है कि महिलाओं की सुरक्षित यात्रा को ध्यान में रखकर शुरू की गई इस पहल की सराहना की जाएगी. सभी महिलाओं को हमारे प्रयास का समर्थन करना चाहिए और बस के संचालन में मदद करनी चाहिए.