सिलीगुड़ी के सजे धजे मंदिर आज सावन की पहली सोमवारी का आकर्षण बने थे. काफी दिनों से मंदिरों में विशेष चहल-पहल नहीं थी. लेकिन आज श्रद्धालुओं की भीड़ देखकर मंदिर प्रशासन को भीड़ नियंत्रित करने के लिए काफी जद्दोजहद करना पड़ा. सिलीगुड़ी के लगभग सभी वार्डो में स्थित मंदिरों में नर नारियों का भोले बाबा के प्रति उत्साह देखते बन रहा था. खासकर शिव मंदिरों में तो महिला, पुरुष और बच्चों की काफी भीड़ थी. पूरे सिलीगुड़ी शहर में सावन की पहली सोमवारी की दिव्य खुशबू तैर रही थी.
आज सावन का पहला सोमवार है. सिलीगुड़ी में सुबह से ही धूप छांव के बीच सैकड़ो नर नारियों ने भगवान शिव के मंदिरों में जाकर भांग धतूरे बेलपत्र का जलाभिषेक किया. सिलीगुड़ी में स्थित विभिन्न शिवालयों और मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई. सुबह सवेरे वर्धमान रोड पर काफी संख्या में श्रद्धालुओं को शिव मंदिरों की ओर जाते देखा गया. इसके कारण वर्धमान रोड पर जाम लगा रहा.
सिलीगुड़ी और सिलीगुड़ी के आसपास में यही नजारा देखा गया. केवल शिवालय ही नहीं ,बल्कि अन्य मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई. इनमें श्री सालासर दरबार धाम सिलीगुड़ी में रुद्राभिषेक और भगवान शिव को जल चढ़ाया गया. शहर में जहां-जहां शिव मंदिर थे, वहां वहां श्रद्धालु पहुंचे और भगवान शिव को जल अर्पित किया. लेकिन सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं की भीड़ दार्जिलिंग मोड़ स्थित शिवालय, चांद मुनि मंदिर और जंगली बाबा मंदिर में देखी गई.
आज सुबह से ही सावन के पहले सोमवार की चहल-पहल व्याप्त थी. शहर में स्थित सभी मंदिरों को सजाया गया है. भगवान शिव को चढ़ाए जाने वाले बेलपत्र, फल फूल की दुकानों पर काफी भीड़ थी. गेंदा फूल की एक माला 40 से ₹50 में बेची जा रही थी. जबकि अन्य दिनों में इसकी कीमत ₹30 होती थी. इसी तरह से बेल धतूरा और धतूरे की माला की कीमत में भी काफी बढ़ोतरी देखी गई. धतूरे की एक माला तो 20 से ₹30 में दुकानदार बेचते देखे गए. इसके अलावा बाजार में केला, सेव,बैर आदि के दाम में भी वृद्धि देखी गई. सड़कों पर अधिकतर महिलाओं की भीड़ नजर आई.
आज सिलीगुड़ी के नजदीक जलपाईगुड़ी जिले में स्थित प्रसिद्ध जल्पेश मंदिर में भी हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ थी. सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों से बोल बम के नारों के साथ सैकड़ो श्रद्धालु रात में ही पैदल जल्पेश मंदिर के लिए प्रस्थान कर गए थे. आज से जल्पेश मंदिर में मेला लगा है.यह पूरे 1 महीने तक चलेगा. इसी तरह से देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम के लिए काफी संख्या में सिलीगुड़ी और आसपास के क्षेत्र से बैद्यनाथ धाम पहुंचे बड़ी संख्या में कांवरियों ने बाबा बैद्यनाथ के मंदिर में जाकर जलाभिषेक किया. बाबा बैद्यनाथ धाम गए भक्तों में अधिकतर पहाड़ और समतल के श्रद्धालु थे.
आज से देवघर में श्रावणी मेला शुरू हो गया है. देवघर से बासुकीनाथ और सुल्तानगंज तक प्रशासन की तरफ से पूरी तैयारी की गई है. यह मेला लगभग एक महीने तक चलेगा. यहां भोले बाबा को जल चढ़ाने वाले दो-तीन दिन पहले ही कावड़ के साथ पहुंच जाते हैं. मिली जानकारी के अनुसार बाबा बैद्यनाथ धाम में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग किया जा रहा है. मंदिर में अरघा लगाया गया है.इसके माध्यम से भक्तों ने भगवान शिव को जल अर्पित किया. इस बार कूपन के मूल्य में भी वृद्धि की गई है. अब ₹500 की जगह ₹600 में कूपन दिया जा रहा है.
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