वक्त के मारे मुकुल रॉय बेचारे!
वक्त से बड़ा और बलवान कोई नहीं. वक्त में इतनी बड़ी ताकत है कि वह तिनके को भी पहाड़ बना सकता है और पहाड़ को मिट्टी में भी मिला सकता है. एक वक्त था जब मुकुल राय को ममता बनर्जी का दाया हाथ समझा जाता था. बंगाल की राजनीति का चाणक्य कहे जाने वाले मुकुल […]