सिलीगुड़ी: प्रशासन द्वारा शहर में अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाए जा रहें हैं, लेकिन प्रशासन की इस कार्रवाई से शायद शहर वासी संतुष्ट नहीं है, क्योंकि अब प्रशासन की कार्रवाई पर लोग दबी आवाज से सवाल करने लगे हैं | देखा जाए तो सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्र में भू माफियाओं की मनमानी यह कोई नई बात नहीं , भू माफियाओं की मनमानी पर लगाम कसने के लिए ही सरकार ने सख्त कार्रवाई शुरू की थी | देखा जाए तो बीते वर्ष सालूगाड़ा रामकृष्ण मिशन सेवक हाउस की जमीन पर संतो के साथ मारपीट और रामकृष्ण मिशन हाउस की जमीन पर कब्जा करने के मामले ने पूरे राज्य में सुर्खियां बटोरी थी और मुख्यमंत्री ने भी इस घटना के बाद भूमाफियाओं पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे | बता दे कि, बीते बुधवार खबर समय द्वारा मिलन मोड़ स्थित फूड एंड फैमिली रेस्टोरेंट पर चले बुलडोजर को दिखाया था | प्रशासन द्वारा जानकारी मिली थी कि, यह निर्माण पूरी तरह अवैध है और नोटिस के बाद प्रशासन ने इस पर बुलडोजर चलवा दिया |
गुलमा मिलन मोड़ नदी के किनारे स्थित इस रिजॉर्ट पर जैसे ही प्रशासन का बुलडोजर चला उसके बाद से ही शहर वासी दबी आवाज से सवाल करने लगे हैं, क्योंकि इस रिसोर्ट के पास एक और रिसॉर्ट है जिस पर सवाल उठने पर माटीगाड़ा ब्लॉक के वीडियो विश्वजीत दास ने कहा कि, शिकायत इस रिसोर्ट के खिलाफ थी और महकमा शासन के निर्देश अनुसार ही उस रिजॉर्ट को ध्वस्त किया गया, वहीं जब उसके सामने वाली जमीन पर अवैध कब्जा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, इसकी शिकायत अभी तक नहीं मिली है, साथ ही सिलीगुड़ी महकमा शासक अवध सिंहल ने छानबीन किए जाने की जानकारी दी | वहीं भू माफियाओं की मनमानी को लेकर इस तरह के मामले आए दिन ही उजागर होते रहते हैं और अब प्रशासन पर कार्रवाई पर भी भेदभाव का आरोप लगने लगा है |
दरअसल माटीगाड़ा ब्लॉक शासक ने सत्ताधारी पार्टी के बाहुबली नेता के दामाद का अवैध रिजॉर्ट तो ध्वस्त कर दिया, लेकिन इस इलाके में अन्य नेताओं द्वारा कब्जा की गई भूमि पर कोई कार्रवाई न होने के आरोप लग रहे हैं | फिर कुछ महीनों से सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्र में भू माफिया संक्रिय हो रहे हैं और जमीनों पर अवैध कब्जा करने लगे हैं | मिलन मोड़ जो की एक पिकनिक स्पॉट बन गया है जहाँ लोग पाने परिजनों को दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने आते है और शहर के निकट होने के कारन यहाँ अक्सर लोगों की भीड़ बनी रहती है ऐसे क्षेत्र में प्रशासन द्वारा चलाए गए बिलडोज़र पर लोग असंतुष्ट है क्योंकि लोगों का मानना है इस क्षेत्र में नदी किनारे जमीनों में बहुत से अवैध निर्माण है लेकिन उनके खिलाफ प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं की की गई है | इस मामले में सत्ता दल के नेता के शामिल होने की जानकारी भी स्थानीय सूत्र द्वारा मिल रही है | अब शहर वासियों की नजर प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्रवाई में बनी हुई है |
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)