12 दिसंबर 2025:सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट ने संसद के चल रहे सत्र में पश्चिम बंगाल में स्वास्थ्य और स्वास्थ्य अवसंरचना के विकास को लेकर सवाल उठाए। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री श्री प्रतापराव जाधव ने उनके सवालों का जवाब देते हुए क्षेत्र और राज्य के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC), उप-स्वास्थ्य केंद्र (SHC), सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) और स्वास्थ्य वेलनेस सेंटर (HWC) की स्थिति की जानकारी दी।
सरकार के जवाब में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) और अन्य योजनाओं के तहत सार्वजनिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने के प्रयासों को उजागर किया गया। केंद्रीय सहायता के तहत वित्त वर्ष 2019-20 से 2025-26 (19 नवंबर 2025 तक) पश्चिम बंगाल को ₹8,652 करोड़ जारी किए गए।
इसके अलावा, 15वें वित्त आयोग (FC-XV) स्वास्थ्य अनुदान के तहत ₹4,318.63 करोड़ की राशि 2021-22 से 2025-26 तक पश्चिम बंगाल में विभिन्न स्वास्थ्य इकाइयों की स्थापना और मजबूती के लिए स्वीकृत की गई है। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (PM-ABHIM) के तहत भी ₹1,309.32 करोड़ स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें हिल क्षेत्रों में क्रिटिकल केयर ब्लॉक्स और इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब्स का निर्माण शामिल है।
दार्जिलिंग और कलिंपोंग जिलों में विशेष रूप से IPHL और CCB की मंजूरी मिली है, जो हिल क्षेत्रों में निदान और गंभीर देखभाल क्षमता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है।
राजू बिष्ट ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा का धन्यवाद करते हुए राज्य सरकार से इन कार्यों को प्राथमिकता देने और ब्लॉकवार अपडेट देने की अपील की, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं की पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित हो सके।

