June 18, 2025
Sevoke Road, Siliguri
राजनीति उत्तर बंगाल दार्जिलिंग सिलीगुड़ी

राजू बिष्ट ने सवाल उठाया- राशन दुकानों के जरिए जगन्नाथ धाम का ‘प्रसाद’ वितरण कितना सही?

राज्य में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों के जरिए दीघा में बने जगन्नाथ धाम का प्रसाद वितरण पिछले दिनों राशन उपभोक्ताओं के बीच किया गया. सिलीगुड़ी में भी राशन दुकानों के जरिए उपभोक्ताओं के बीच प्रसाद वितरण किया गया था. इसको लेकर दार्जिलिंग के भाजपा सांसद और अखिल भारतीय भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट ने टीएमसी सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जगन्नाथ धाम का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया है.

खाद्य एवं आपूर्ति विभाग पश्चिम बंगाल सरकार के डिप्टी सेक्रेटरी के द्वारा राज्य की राशन दुकानों को एक पत्र जारी करके प्रसाद वितरण के लिए कहा गया था. इसके अनुसार ही सिलीगुड़ी से लेकर पूरे राज्य में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों के जरिए उपभोक्ताओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया था. राजू बिष्ट का कहना है कि ममता बनर्जी की सरकार ने न केवल प्रसाद का अपमान किया है, बल्कि दीघा में स्थित जगन्नाथ धाम मंदिर का भी राजनीतिकरण किया है.

उन्होंने कहा है कि दीघा में जगन्नाथ धाम बनना काफी प्रशंसनीय और सराहनीय कार्य है. मैं इसका समर्थन करता हूं.लेकिन जिस प्रकार से जन आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, यह काफी निंदनीय है. उन्होंने कहा है कि प्रसाद वितरण करना अच्छी बात है. लेकिन इसके लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों का चयन कितना उचित है और यह राजनीति के अलावा कुछ नहीं है.

ममता बनर्जी और बंगाल सरकार पर प्रसाद की राजनीति का आरोप इसलिए लग रहा है कि प्रसाद वितरण के लिए राशन दुकानों को माध्यम बनाया गया. अगर पार्टी स्तर पर बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रसाद वितरण का कार्यक्रम किया जाता तो शायद भाजपा को सवाल उठाने का मौका नहीं मिलता. क्योंकि भाजपा भी ऐसा ही करती रही है. जब अयोध्या में भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बना था. भाजपा ने ममता सरकार पर सरकारी मशीनरी का खुलेआम दुरुपयोग का आरोप लगाया है.

राजू बिष्ट ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि जो सरकार हिंदू विरोधी कार्य करे, संदेश खाली, मुर्शिदाबाद, मालदा तथा चोपड़ा में हिंदुओं को निशाना बनाये, मुर्शिदाबाद में टीएमसी के नेताओं के द्वारा हिंदू विरोधी हिंसा भडकायी जाए, उस सरकार के द्वारा प्रसाद वितरण राजनीतिक लाभ के अलावा कुछ नहीं है. उन्होंने एक पोस्ट में लिखा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हिंदुओं की हितैषी नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया है कि इस प्रकार का कृत धर्म और प्रशासन दोनों की पवित्रता को नष्ट करता है.

अपने पोस्ट में राजू बिष्ट ने ममता बनर्जी की सरकार पर हमला करते हुए लिखा है कि तृणमूल की सरकार यह क्यों भूल जाती है कि इस सरकार ने हिंदुओं की संपत्ति पर हमला , मंदिर की जमीन पर कब्जा, धार्मिक सभा और जुलूस पर प्रतिबंध लगाया है. तब उनकी धार्मिक आस्था क्यों नहीं जागी? उन्होंने कहा है कि टीएमसी की सरकार एक सुनियोजित दुर्भावना के साथ काम कर रही है और सरकारी मशीनरी का खुलेआम दुरुपयोग कर रही है. उन्होंने लिखा है कि बंगाल के सभी नागरिक अपनी आस्था को लेकर सतर्क रहें. क्योंकि उनकी धार्मिक आस्था को नुकसान पहुंचाने की एक सोचा समझा षड्यंत्र किया गया है.

हालांकि कुछ आलोचकों का यह भी मानना है कि धर्म की राजनीति सर्वप्रथम भाजपा ने ही शुरू की थी. अगर भाजपा धर्म की राजनीति कर सकती है तो टीएमसी क्यों नहीं? हां यह अलग बात है कि प्रसाद वितरण के लिए सरकारी मशीनरी का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए. यह लोकतंत्र के हित में नहीं है. आस्था का राजनीतिकरण अच्छी बात नहीं है.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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