दार्जिलिंग संसदीय सीट के लिए एक तरफ जहां तृणमूल कांग्रेस का चुनाव प्रचार जोरों पर है, तो दूसरी तरफ भाजपा ने अपने अंदरूनी झगड़ों से निबटते हुए पहाड़ और समतल में तेजी से अपनी स्थिति मजबूत करनी शुरू कर दी है. कल तक राजू बिष्ट के साथ पहाड़ में कोई नहीं था. आज न केवल बिमल गुरुंग बल्कि आरबी राई भी उनके साथ हो गए हैं. इसके अलावा कुछ क्षेत्रीय दल भी राजू बिष्ट के समर्थन में खुलकर सामने आ गए हैं. गोरखा राष्ट्रीय नारी संगठन राजू बिष्ट की जीत के लिए चुनावी अभियान शुरू कर चुका है.
राजू बिष्ट के पक्ष में पहाड़ में हवा बनाने के लिए विमल गुरुंग ने पहाड़ के लोगों को गोरखालैंड और केंद्र से जोड़ने की एक भावनात्मक अपील कर दी है. बिमल गुरुंग ने याद दिलाया है कि गोरखालैंड के लिए उन्होंने कितना बड़ा बलिदान दिया है. गोरखाओं को उनके कर्तव्य और धर्म की याद दिलाते हुए विमल गुरुंग ने कहा है कि पहाड़ के भविष्य के लिए हमें सोचना होगा. उन्होंने पहाड़ के लोगों को सावधान करते हुए कहा कि गोरखालैंड को अगर कोई साकार कर सकता है तो वह है केंद्र. क्योंकि राज्य सरकार ने पहले ही कह दिया है कि यह केंद्र का मुद्दा है.
एक-एक दिन में पहाड़ में भाजपा की स्थिति बदल रही है. अब गोरखा राष्ट्रीय नारी संगठन की ओर से भी राजू बिष्ट के समर्थन में चुनाव प्रचार तेज कर दिया गया है.मन घीसिंग राजू बिष्ट के समर्थन में जगह-जगह प्रचार कर रहे हैं. जनता में उनकी जीत दिलाने के लिए नारी संगठन को आगे कर रहे हैं. उनकी भी यही अपील है कि गोरखा मुद्दे को केवल और केवल केंद्र सरकार ही सुलझा सकती है. ऐसे में राजू बिष्ट को भारी मतों से जीताने की जरूरत है.
गोरखा राष्ट्रीय मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष मन घीसिंग ने कहा है कि उनकी पार्टी जाति और जमीन की रक्षा के लिए तत्पर है. सबसे पहले हमें अपनी अचल संपत्ति ,भूमि की रक्षा करने की आवश्यकता है. हमें भारत सरकार में भरोसा रखना चाहिए. विमल गुरुंग पहाड़ के लोगों को भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बात याद दिलाते हैं. प्रधानमंत्री ने पिछले दिनों कहा था कि गोरखा जाति के मसले का हल प्रगति पर है. जल्द ही परिणाम सामने आएगा.
क्रांतिकारी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व सांसद आर बी राई ने भी अलग से बैठक करनी शुरू कर दी है. आरबी राई ने कहा है कि वक्त का तकाजा है कि राजू बिष्ट के समर्थन में मतदान किया जाए. अब राजू बिष्ट की नजर पहाड़ के छोटे-छोटे दलों पर भी टिकी है. उनमें से कई दल राजू विष्ट का समर्थन करने के लिए सामने आ रहे हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में राजू बिष्ट को इन सभी पार्टियों और नेताओं का समर्थन प्राप्त था.
हालांकि तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार गोपाल लामा चुनाव प्रचार के मामले में पहाड़ से लेकर समतल तक भाजपा से काफी आगे चल रहे हैं. पहाड़ में जीटीए और अनित थापा का मोर्चा उनका समर्थन कर रहा है. समतल में तृणमूल कांग्रेस उनकी जीत के लिए मार्ग प्रशस्त कर रही है. कल राजू बिष्ट नामांकन दाखिल करेंगे. इसके साथ ही पहाड़ की कुछ और दिलचस्प राजनीति देखने को मिल सकती है.
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