सिलीगुड़ी में आए दिन लोगों को जाम का शिकार होना पड़ रहा है. बरसात का समय है. जरा सी बरसात होते ही सिलीगुड़ी की प्रमुख सड़कों के चौक चौराहों और लाल बत्ती क्षेत्रों में जाम की भयंकर समस्या शुरू हो जाती है. इसके कारण कभी-कभी मेडिकल अथवा इमरजेंसी सेवाओं को गंतव्य स्थल पर समय पर पहुंचने में कठिनाई होती है.
सिलीगुड़ी में जाम लगने के तो कई अन्य कारण है. हर किसी से पूछिए तो उसकी अपनी अपनी राय हो सकती है. परंतु एक और कारण है जिसकी तरफ ट्रैफिक पुलिस का ध्यान बहुत कम जाता है. जब ट्रैफिक नियमों को बनाया गया था तब उसमें सभी प्रकार के वाहन जैसे टैक्सी, कार, बस, सिटी ऑटो, टोटो इत्यादि को प्राथमिकता दी गई थी. लेकिन पैदल सवार, रिक्शा, साइकिल, वैन वाले को अलग रखा गया था. ट्रैफिक नियमों में स्पष्ट उल्लेख नहीं होने के अभाव में ऐसे वाहन चालक और पैदल व्यक्ति काफी लाभ उठा जाते हैं. आज भी आप इन्हें पुलिस की मौजूदगी में ट्रैफिक नियमों को खुलेआम तोड़ते देख सकते हैं.
ना तो पैदल, रिक्शा, वेन, साइकिल सवार व्यक्ति लाल बत्ती पर रुकता है और ना ही हरी बत्ती होने का इंतजार करता है. वह तो केवल यह देखता है कि दूसरी तरफ से गाड़ियां नहीं आ रही हो. इसके बाद वह गाड़ी को बिना बत्ती की परवाह किए आगे बढा लेता है. ट्रैफिक के लोग भी उनके प्रति ना तो जुर्माना और ना ही विशेष चेतावनी जारी करते हैं. क्योंकि इस पक्ष में ट्रैफिक नियमों का स्पष्ट उल्लेख नहीं है. या फिर नियम तो है, लेकिन उसका क्रियान्वयन नहीं किया जाता. आपने इसे सिलीगुड़ी के चौक चौराहे तथा लाल बत्ती इलाकों में देखा भी होगा.
कई बार ऐसे वाहन चालकों के कारण दुर्घटना होते होते बच जाती है. जाम लगना तो अलग बात रही, ऐसे रिक्शा, वैन चालक और पैदल लोगों की जिंदगी भी खतरे में पड़ जाती है. छोटी-मोटी दुर्घटनाएं तो होती रहती है. शाम के समय यह नजारा काफी देखा जा सकता है. सेवक रोड व हिलकार्ट रोड व्यस्त रोड है. आपको याद होगा कि कुछ समय पहले सिलीगुड़ी नगर निगम और स्थानीय यातायात प्रशासन ने सिलीगुड़ी की मुख्य सड़कों पर टोटो, रिक्शा, वैन आदि के चलने पर प्रतिबंध लगा दिया था. लेकिन बाद में इस पर सख्ती नहीं हो सकी जिसके कारण वर्तमान में आप शहर की मुख्य सड़कों पर रिक्शा, वैन आदि को चलते देख सकते हैं.
जब सिलीगड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस नगर निगम और ट्रैफिक विभाग शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए सभी तरह के प्रयास कर रहे हैं. ऐसे में जाम को बढ़ाने वाले वाले तत्वों की ओर प्रशासन का ध्यान क्यों नहीं है? क्यों नहीं ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाती? क्यों नहीं ऐसे तत्वों को जागरूक करने के लिए निगम की ओर से पहल नहीं की जाती? सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस के द्वारा सिलीगुड़ी को जाम मुक्त बनाने के लिए समय-समय पर ठोस निर्णय लिए जाते हैं. परंतु हमेशा ही नियमों का पालन करने के क्रम में इस पक्ष की ओर आंख मूद लिया जाता है. अध्ययन बताते हैं कि ऐसे पक्ष के लिए स्पष्ट नियमों का उल्लेख नहीं होने से यातायात विभाग के कर्मी भी कुछ नहीं कर पाते.
अब वक्त आ गया है कि शहर की जाम और दुर्घटना रोकने के लिए सिलीगुड़ी नगर निगम और सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस यातायात विभाग सभी तरह के जरूरी कदम उठाए. जो लोग अब तक ट्रैफिक नियमों के पालन से दूर रहे हैं,उन्हें जागरूक किया जाए तथा उन पर लगाम लगाने के लिए सभी तरह के प्रयास किए जाएं. इससे शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या का सामना कम करना पड़ेगा.