सिलीगुड़ी में रिंग रोड तो बन जाए, लेकिन उसके लिए राज्य सरकार की मेहरबानी आवश्यक है. राज्य सरकार की मेहरबानी प्राप्त करने के लिए दार्जिलिंग के भाजपा सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट ने ममता बनर्जी को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने बंगाल सरकार से अनुरोध किया है कि रिंग रोड परियोजना की मंजूरी देने में अब और विलंब नहीं किया जाए.
हाल ही में केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्रालय के राज्य मंत्री टमटा सिलीगुड़ी आए थे. रेलवे रोजगार मेला के एक कार्यक्रम में टम्टा ने कहा था कि अगर राज्य सरकार सिलीगुड़ी में रिंग रोड निर्माण के लिए जगह उपलब्ध कराती है तो तुरंत ही उसकी निर्माण प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इससे पहले राजू बिष्ट के एक पत्र के जवाब में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पत्र लिखा था कि सिलीगुड़ी में रिंग रोड निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध कराने का मसला राज्य सरकार के अधीन है. अगर राज्य सरकार तैयार होती है तो केंद्र सरकार परियोजना पर काम शुरू कर देगी.
अपने पत्र में राजू बिष्ट ने लिखा है कि सिलीगुड़ी बंगाल का कोलकाता के बाद दूसरा सबसे बड़ा शहर है और यह शहर देश के सबसे तेजी से बढ़ते शहरी क्षेत्र में से एक है. लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि यह शहर अभी अव्यवस्थित बुनियादी ढांचे से जूझ रहा है. जिसके कारण यहां अकसर जाम लगता रहता है. इससे सिलीगुड़ी के नागरिकों, छात्रों और मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
राजू विष्ट ने सिलीगुड़ी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा है कि सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में सड़क जाम के कारण व्यापार ,वाणिज्य और विकास की गति प्रभावित हो रही है. अगर यहां रिंग रोड का निर्माण होता है, तो इससे शहर के भीतर यातायात का दबाव कम होगा और शहर का चौतरफा विकास होगा. उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि सिलीगुड़ी के आसपास रिंग रोड का निर्माण होने से दार्जिलिंग, कालिमपोंग, सिक्किम, Dooars, जलपाईगुड़ी और उत्तर बंगाल के साथ-साथ उत्तर पूर्व भारत के सभी हिस्सों में आवागमन बढ़ेगा. ट्रैफिक और आसान होगी.
राजू बिष्ट के अनुसार केंद्र सरकार ने इस परियोजना के लिए 3500 करोड रुपए आवंटित किए हैं. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने 4 नवंबर 2023 को सिलीगुड़ी में रिंग रोड के निर्माण की स्वीकृति के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखा था और 19 दिसंबर 2024 को एक रिमाइंडर भी भेजा था भी लिखा था. जिस पर राज्य सरकार की ओर से अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है. राजू बिष्ट ने लिखा है कि दिन पर दिन बढ़ते यातायात का दबाव सिलीगुड़ी को झेलना पड़ रहा है, जिससे सिलीगुड़ी के आसपास के शहरों में भी यातायात का दबाव बढ़ रहा है. इससे लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है.
राजू बिष्ट ने कहा है कि आखिर राज्य सरकार इसमें विल॔ब क्यों कर रही है.उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि जल्द से जल्द उनके पत्र पर विचार करके रिंग रोड के निर्माण की स्वीकृति दी जाए ताकि सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल की जनता को जाम से मुक्ति और बेहतर कनेक्टिविटी उपलब्ध हो सके. इससे सिलीगुड़ी के विकास को गति मिलेगी. अब देखना होगा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बंगाल सरकार राजू बिष्ट के पत्र का क्या जवाब देती है या फिर उनके पत्र को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है!