इस खबर के बाद सिलीगुड़ी तथा आसपास निवास करने वाले सैकड़ो निवेशकों के चेहरे पर मुस्कान आ गई होगी. 1 दिन पहले हमने खबर समय के प्लेटफार्म पर सहारा रिफंड पोर्टल के जरिए सहारा के निवेशकों को पैसे मिलने की बात बताई थी. अब सहारा रिफंड पोर्टल जारी कर दिया गया है. मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसका उद्घाटन कर दिया. सहारा रिफंड पोर्टल के उद्घाटन के साथ ही निवेशकों के भुगतान की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है.
सिलीगुड़ी तथा आसपास के क्षेत्रों में सहारा के सैकड़ों और हजारों निवेशक होंगे. सिलीगुड़ी में सहारा की अनेक शाखाएं विभिन्न भागों में खोली गई थीं .हालांकि फिलहाल सभी शाखाएं बंद हो चुकी हैं. सिलीगुड़ी में सहारा के दफ्तर बंद होने के साथ ही निवेशक यह मान चुके थे कि अब उनका पैसा डूब गया. आज ऐसे निवेशकों के चेहरे पर मुस्कान खिल उठी है. उन्हें विश्वास हो गया है कि उनका भुगतान अवश्य होगा.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सहारा के निवेशकों को भरोसा दिया है कि सहारा रिफंड पोर्टल लांच होने के साथ ही देशभर के लगभग 4 करोड लोगों को शुरुआती तौर पर फायदा होगा. उन्होंने कहा कि सहारा रिफंड पोर्टल के जरिए 5000 करोड़ रुपए निवेशकों को वापस मिलेंगे. उन्होंने सहारा रिफंड पोर्टल के उद्घाटन के मौके पर कहा कि सहारा भुगतान को लेकर अनेक साल तक कोर्ट में केस चला. मल्टी एजेंसी सीजर हुआ. फिर नरेंद्र मोदी की सरकार ने ऐसे हालात में निवेशकों के हितों को लेकर रिफंड पोर्टल के जरिए पहल की है.
अमित शाह ने कहा कि जिन लोगों ने सहारा में निवेश किया है उनके पैसे को वापस करने से कोई नहीं रोक सकता. आज इसकी शुरुआत हो गई है. रकम भुगतान में पारदर्शिता रखी गई है. जिन लोगों ने सहारा की विभिन्न कंपनियों में निवेश किया है तथा उसकी मैच्योरिटी पूरी हो गई है, ऐसे लोगों का ही भुगतान होगा. उनका पैसा सीधे बैंक में जमा होगा.
सिलीगुड़ी के ऐसे लोग जिन्होंने सहारा की विभिन्न कंपनियों में निवेश किया है, अगर उनकी मैच्योरिटी पूरी हो गई है तो अपना पैसा वापस लेने के लिए सहारा रिफंड पोर्टल के जरिए आवेदन कर दें. ऑनलाइन क्लेम दर्ज कराने के 15 दिन के भीतर एस एम एस के जरिए निवेशकों को सूचित कर दिया जाएगा और मात्र 45 दिनों के भीतर जमाकर्ता के बैंक खाते में पैसे वापस कर दिए जाएंगे.
सहारा रिफंड पोर्टल लांच होने से देशभर में सहारा के लगभग 1.7 करोड निवेशकों के चेहरे पर खुशी लौटी है. जिन लोगों ने सहारा में अपना पैसा निवेश किया है, उन्हें सबसे पहले यह देखना होगा कि उनका पैसा किस को ऑपरेटिव में लगा है. फिर उससे जुड़े अपने सारे दस्तावेज उन्हें एकत्र करने होंगे. सर्वप्रथम पोर्टल पर निवेशक अपना नाम दर्ज कराएंगे. निवेशकों के दस्तावेज सहारा समूह की समितियां 30 दिन के अंदर वेरीफाई करेगी. उसके पश्चात उनके पैसे उनके द्वारा जारी किए गए बैंक खाते में जमा कर दिए जाएंगे.
सहारा रिफंड पोर्टल पर 4 सहकारी समितियों का डाटा उपलब्ध है. यह पोर्टल 1.7 करोड़ जमा कर्ताओं को खुद को रजिस्टर करने में मदद करेगा.
आपको बताते चलें कि सहारा ग्रुप की सहारा क्रेडिट कोआपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहारा यूनिवर्सल मल्टीपरपज सोसायटी, हमारा इंडिया क्रेडिट कोआपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड तथा स्टार्स मल्टीपरपज कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड के पास पैसे जमा करने वाले निवेशकों को राहत दिलाने के लिए सहकारिता मंत्रालय ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर की थी. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने 5000 करोड़ रुपए सीआरसीएस को ट्रांसफर करने का आदेश दिया था.