एक समय था जब, रात में चोरियां होती थीं, जब घर के लोग खा पीकर सो जाते थे या फिर दुकान में, जब दुकानदार दुकान का शटर गिराकर घर चले जाते थे. दिन में चोरी बहुत कम होती थी. बाद में चोरों ने ऐसे घरों को निशाना बनाना शुरू कर दिया, जिन घरों में दिन में कोई नहीं रहता था. पुलिस प्रशासन की लापरवाही और चोरों के कार्य में आए बदलाव और तकनीक के बाद अब चोरों ने घर में सदस्यों के रहते हुए भी चोरी की वारदात को अंजाम देना शुरू कर दिया है. जिस घटना की यहां चर्चा की जा रही है, वह घटना कुछ ऐसी ही है. लोग आश्चर्य चकित हैं. आखिर ऐसा कैसे हो गया! वे लोग भी चकराए हुए हैं, जिसके घर में चोरी हुई है.
अगर आप सिलीगुड़ी में रहते हैं तो कोशिश करें कि आपका घर खाली ना हो. खाली घरों में तो चोरी की घटनाएं घटती ही रहती हैं. अब तो ऐसे घरों में भी चोरी की घटनाएं घट रही हैं, जहां लोग रहते हैं और उनकी आंखों के सामने ही चोर घर में रखे आभूषण और नगदी उड़ा ले जाते हैं. आपकी थोड़ी सी लापरवाही आपके घर की जमा पूंजी साफ कर सकती है. सुकांत पल्ली की घटना चोरी की तकनीक में आए बदलाव का एक ताजा उदाहरण है.
सिलीगुड़ी के 33 नंबर वार्ड स्थित सुकांत पल्ली में चोरी की जो घटना घटी है, उसके बारे में घर क्या, बाहर के लोगों ने भी कल्पना नहीं की थी. यह घटना सिलीगुड़ी के लोगों को एक सबक भी दे रही है.आप कुछ भी कीजिए. लेकिन अपनी संपत्ति, नगदी और सामान को लेकर सतर्क जरूर रहिए. पुलिस बार-बार लोगों से आग्रह करती है कि वे अपने घर में किसी अजनबी को घुसने ना दें और हमेशा घर का दरवाजा बंद करके रखें. लेकिन इसके बावजूद लोग लापरवाह हो जाते हैं और चोरों को घर में चोरी का मौका दे ही जाते हैं.
यह घटना दर्शाती है कि चोरों को बस मौका मिलना चाहिए. अगर आप सतर्क नहीं हैं तो चोर किसी भी वेशभूषा में आपको चकमा दे सकते हैं. भिखारी के रूप में, दुखियारी के रूप में, तो कभी किसी मजबूर के रूप में चोर आपके घर में घुसकर आपका घर साफ कर सकते हैं. पिछले एक हफ्ते में छोटी बड़ी चोरी की कई घटनाएं घट चुकी है. अब तो चोरी का आलम यह है कि लोग दिन में भी दरवाजा लॉक करके रखते हैं. सिलीगुड़ी के बस्ती क्षेत्र में तो ये घटनाएं आम हो चुकी है. परंतु चोरी अब उन इलाकों में भी हो रही है, जो व्यस्त इलाके माने जाते हैं.
सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है उसके अनुसार शिव शक्ति काली मंदिर के निकट स्थित एक मकान में उस समय घर के पुरुष सदस्य अपने-अपने काम से बाहर गए थे, जबकि घर की महिलाएं घर में स्थित मंदिर में पूजा कर रही थी. दोपहर का समय था. उसी समय घर के पीछे वाले दरवाजे से गोद में एक बच्चा लेकर और एक बच्चा साथ में लेकर एक महिला घर के पिछले गेट से होकर घर में घुस गई और 5 मिनट में ही घर से बाहर निकल गई. सीसीटीवी फुटेज से साफ देखा जा सकता है कि किस तरह महिला घर के अंदर दाखिल हुई.उसने अलमारी की दराज खोली. सोने के आभूषण निकाले और लगभग ₹5000 लेकर आसानी से वहां से निकल गई.
उस समय पूजा कर रही घर की महिला ने सोचा तक नहीं था कि पल भर में ही उनका घर साफ हो जाएगा. इस बात की जानकारी तब हुई जब घर में लोग घुसे और उन्होंने घर में सामानों को बिखरा पाया. लगभग 10 लाख के गहने और नगदी लेकर महिला च॔पत हो चुकी थी. घर के मालिक ने इस घटना की जानकारी एनजेपी पुलिस थाने को दी. पुलिस मौके पर पहुंची. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने जांच कार्रवाई तेज कर दी है. पुलिस ने आरोपी महिला की तलाश शुरू कर दी है. लेकिन इस घटना ने इलाके के लोगों में आतंक की स्थिति उत्पन्न कर दी है. पहली बार ऐसी घटना घटी है, जिसके बारे में कोई कल्पना तक नहीं कर सकता था. आखिर उस महिला को इतना साहस कैसे हो गया? यह सवाल ज्वलंत है.
इस घटना से जुड़े कई सवाल उठ खड़े हुए हैं. जैसे कि चोरी करने से पहले इस घर की चोरों ने रेकी की थी. जिस महिला ने घर में घुसने का दुस्साहस किया और लाखों के गहने और कैश चुराए, क्या वह महिला चोरों की गिरोह की सदस्या थी? क्या चोरों ने जानबूझकर महिला को इसी गेट अप में अंदर भेजा था, ताकि किसी को जरा भी शक ना हो. निश्चित रूप से कई सवाल है लेकिन उनका उत्तर तब तक नहीं मिल सकता, जब तक कि महिला पकड़ी नहीं जाती है. इससे पहले इस्कॉन मंदिर समेत कई मंदिरों और आवासीय घरों में चोरी की कई बड़ी घटनाएं घट चुकी है.
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