सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में अवैध टोटो की धर पकड़ जारी है. एक तरफ सिलीगुड़ी में विभिन्न इलाकों में ट्रैफिक पुलिस के द्वारा अवैध टोटो को चलने से रोका जा रहा है तो दूसरी तरफ सिलीगुड़ी से सटे बागडोगरा गोसाईपुर इलाके में भी प्रशासन के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग पर चलने वाले टोटो को रोका जा रहा है. इसको लेकर टोटो चालकों में गुस्सा है और वह अपने परिवार, बच्चों तथा रोजी-रोटी का वास्ता देते हुए प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं.
आज ट्रैफिक पुलिस के द्वारा सिलीगुड़ी शहर और आसपास के इलाकों में उन सभी टोटो चालकों को रोका गया, जो राष्ट्रीय राजमार्ग पर सवारी लेकर जा रहे थे. सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के अंतर्गत जलपाई मोड ट्रेफिक गार्ड ने नौकाघाट ब्रिज के पास पोराझार मोड पर मेडिकल से आने वाले और नौका घाट की ओर जाने वाले बिना नंबर वाले अवैध टोटो को रोका और उनमें से कई को वापस कावाखाली के रास्ते भेज दिया. दोपहर लगभग 1:00 तक यहां अवैध टोटो की धर पकड़ जारी रही.
उधर सिलीगुड़ी के निकट बागडोगरा गोसाईपुर इलाके में भी पुलिस ने कोलकाता हाई कोर्ट के निर्देशानुसार राष्ट्रीय राजमार्ग पर टोटो को चलने नहीं दिया. इससे नाराज होकर टोटो चालकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. स्थानीय टोटो चालक बागडोगरा गोसाईपुर इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे बैठ गए और प्रशासन के खिलाफ धरना देने लगे. उनकी मांग थी कि उन्हें आवश्यक नंबर प्लेट के साथ यात्रा करने की अनुमति दी जाए.
टोटो चालकों का कहना था कि आखिर वे जाएं तो कहां जाएं. उनके पास कोई नौकरी नहीं है. खेती-बाड़ी नहीं है. यही उनकी जीविका का आधार है . धरने पर बैठे टोटो चालकों ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में टोटो चलाने से ₹50 तक की भी आमदनी नहीं होगी. जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग पर ढाई सौ से ₹300 कमा लेते हैं. टोटो बंद कर देने से उनका परिवार और बच्चों का क्या होगा. लोन लेकर उन्होंने टोटो खरीदा है. उसकी किस्त कैसे चुकाएंगे. धरने पर बैठे टोटो चालको ने कहा कि हम प्रशासन से मांग करते हैं कि हमें जीने का रास्ता दे. प्रशासन का यह फैसला हमारे परिवार के लिए भूख और बर्बादी का कारण होगा.
बागडोगरा से लेकर शिव मंदिर तक अनेक टोटो सुबह से लेकर शाम तक चलते रहते हैं. इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर टोटो चालकों की भरपूर कमाई होती है. शिव मंदिर के लोगों का बागडोगरा और सिलीगुड़ी आना-जाना लगा रहता है. इसके लिए स्थानीय लोग टोटो का ही उपयोग करते हैं. आज राष्ट्रीय राजमार्ग पर टोटो को रोक दिए जाने से यात्री काफी परेशान दिखे. एक महिला तो काफी दूर तक पैदल ही चलती रही. उन्होंने प्रशासन से टोटो के समर्थन में आवाज़ लगाई और कहा कि टोटो को बंद नहीं किया जाना चाहिए.
सिलीगुड़ी के आसपास के इलाकों में राष्ट्रीय राजमार्ग पर टोटो को बंद करने से स्थानीय लोग काफी परेशान दिखे तो दूसरी तरफ टोटो चालक भी प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि पहले की तरह ही उन्हें चलने दिया जाना चाहिए. आपको बताते चलें कि इससे पहले भी राष्ट्रीय राजमार्ग पर टोटो की आवाजाही को बंद किया गया था. लेकिन बाद में प्रशासन के निर्देश के बाद कुछ शर्तों के साथ टोटो को चलने दिया गया.
टोटो चालक भी यही चाहते हैं कि प्रशासन एक विशेष गाइडलाइन जारी करे, जिससे नियमों का भी पालन हो और टोटो को सड़कों पर चलने से रोका भी नहीं जा सके. बहरहाल देखना होगा कि प्रशासन का अगला कदम क्या होता है. क्या स्थानीय टोटो चालकों को फिर से राष्ट्रीय राजमार्ग पर टोटो चलाने की अनुमति मिलेगी अथवा इस बार आर या पार होगा?
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