December 22, 2024
Sevoke Road, Siliguri
राजनीति

शुभेंदु अधिकारी की जनसभा एक बार फिर हुई रद्द !

कोलकाता: एक बार फिर पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी की जनसभा को उत्तर 24 परगना के हिंगलगंज में अनुमति नहीं मिलने के कारण रद्द कर दी गई है। संकल्प सभा शनिवार को हिंगलगंज में होनी थी। पहले सभा जमीन के मालिक से अनुमति नहीं मिलने के कारण अटकी रही। बाद में दूसरा मैदान चुना गया, लेकिन पुलिस से अनुमति नहीं ली गई। बार-बार जनसभा के लिए अनुमति नहीं मिलने को लेकर विपक्षी खेमे ने पुलिस और राज्य सरकार की भूमिका पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है। भाजपा का कहना है कि राज्य की सत्ता पक्ष पार्टी तृणमूल कांग्रेस अतिक्रमण की राजनीति कर रही है।
शनिवार को बशीरहाट के हिंगलगंज विधानसभा के रामेश्वरपुर-वरुणहाट ग्राम पंचायत के वरुणहाट मैदान में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी को भाजपा की लोकतंत्र स्थापना संकल्प बैठक में शामिल होना था, लेकिन उस सभा स्थल पर जमीन विवाद होने के कारण बैठक स्थगित कर दी गई । भाजपा के मुताबिक पहले उन्होंने वरुणहाट के एक मैदान में सभा करने की योजना बनाई लेकिन जमीन के मालिक से अनुमति नहीं मिलने पर उन्होंने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार, उन्होंने वरुणहाट में एक और भूमि का चयन किया और वहाँ सभा आयोजित करने की योजना बनाई लेकिन भाजपा नेतृत्व का दावा है कि पुलिस ने उस जमीन की एनओसी नहीं दी। साथ ही अभी तक इस बैठक को लेकर हाईकोर्ट से कोई आदेश नहीं आया है। इसीलिए इस सभा को फिलहाल के लिए टाल दिया गया है। हाईकोर्ट की अगली सुनवाई तीन जनवरी को है। भाजपा तब तय करेगी कि सभा कहां आयोजित की जाए।

इस घटना को लेकर भाजपा गुस्से में है। भाजपा नेता शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि यह बताने की जरूरत नहीं है कि जनसभा क्यों नहीं हो सकी। अब यह स्पष्ट हो गया है कि सत्ता पक्ष नेता प्रतिपक्ष को सभा नहीं करने देना चाहती है। उन्होंने दावा किया कि हिंगलगंज इलाके में कई भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया गया। चुनाव के बाद की हिंसा में भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं के मारे जाने का आरोप लगाते हुए शमिक ने दावा किया कि एक का शव अभी तक नहीं मिला है।

तृणमूल कांग्रेस के हसनाबाद ब्लॉक के अध्यक्ष अमीरुल इस्लाम ने कहा कि हमने सुना था कि सभा होगी, लेकिन जमीन के मालिकों की समस्याओं के कारण सभा नहीं हुई। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस घटना में तृणमूल का कोई हाथ नहीं है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *