सिलीगुड़ी: भारत-नेपाल सीमा संलग्न क्षेत्र से सिलीगुड़ी के एक प्रसिद्ध व्यापारी धीरज घोष को गिरफ्तार किया गया। शनिवार रात दार्जिलिंग जिला पुलिस की नक्सलबाड़ी थाना पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, धीरज घोष बागडोगरा के गोसाईपुर क्षेत्र के निवासी हैं और उत्तर-पूर्व भारत के एक जाने-माने सुपारी व्यापारी और उद्योगपति हैं।
पुलिस का दावा है कि, धीरज घोष लंबे समय तक विदेश में रहते थे और कई करोड़ रुपये के अवैध सुपारी तस्करी रैकेट के मुख्य सरगना थे। कुछ दिन पहले बागडोगरा, नक्सलबाड़ी और घोषपुकुर क्षेत्रों में सुपारी से लदे कई ट्रकों को पुलिस ने जब्त किया था। उन ट्रकों के जरिए अवैध रूप से सुपारी की तस्करी की जा रही थी। इस मामले में पहले ही दस लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पूछताछ में धीरज घोष का नाम सामने आया।
आरोप है कि, धीरज घोष ने कई बार पुलिस का नोटिस मिलने के बावजूद जांच में सहयोग नहीं किया और अदालत के आदेशों की अवमानना की। पुलिस सूत्रों ने यह भी दावा किया कि, धीरज उत्तर-पूर्व भारत से सुपारी लाकर अन्य राज्यों में तस्करी करने का मास्टरमाइंड था।
उल्लेखनीय है कि, आठ महीने पहले केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राज्य अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने सार्वजनिक रूप से आरोप लगाया था कि, धीरज घोष राज्य की सत्ताधारी पार्टी के समर्थन से तस्करी कर रहे हैं और बड़े पैमाने पर जीएसटी चोरी कर रहे हैं।
आखिरकार शनिवार रात धीरज घोष को गिरफ्तार कर लिया गया। आज उन्हें सिलीगुड़ी अदालत में पेश किया गया।