सिलीगुड़ी: गुरुवार को मेयर गौतम देब ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि, सिलीगुड़ी की पेयजल समस्या का समाधान किया जा रहा है अगले तीन महीने के अंदर सिलीगुड़ी वासियों को पानी की किल्लत से मुक्ति मिल जाएगी। गुरुवार को मेयर ने अमृत परियोजना और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को लेकर सिलीगुड़ी नगर निगम में सिंचाई विभाग और लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण के अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक में परियोजनाओं के क्रियान्वयन में आने वाली समस्याओं पर मुख्य चर्चा हुई। बताया गया है कि, परियोजना के क्रियान्वयन के लिए राज्य वन विभाग की अनुमति ली गई थी, लेकिन केंद्र सरकार की अनुमति नहीं मिली थी, इतना ही नहीं, परियोजना के लिए राज्य सिंचाई विभाग द्वारा चिन्हित स्थान को भी विशेषज्ञों ने खारिज कर दिया, वहां पर्याप्त पानी नहीं होने के कारण परियोजना बनने पर भी यह साकार नहीं हो पाएगी, जिसके कारण फिर से नए स्थान की तलाश शुरू कर दी गई है। हालांकि, नगर निगम क्षेत्र में 8 ओवरहेड जलाशयों के लिए स्थान चिन्हित कर लिए गए हैं। अगले तीन महीने में काम पूरा करने की समय सीमा तय की गई है। मेयर ने दावा किया कि, इससे शहर में कभी-कभार होने वाली पानी की किल्लत की समस्या का समाधान हो जाएगा।
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