रेलवे ने ऐसा क्या किया कि यूट्यूबर और ब्लॉगर के छूटे पसीने!
जब व्यक्ति को प्यास लगती है तो पानी की कीमत समझ में आती है. जब पानी की बर्बादी होती है और पानी का संकट बढ़ता है तो पानी का मूल्य समझ में आता है. हमारे नियम और कानून तर्कसंगत और सार्वभौमिक जरूर हैं, परंतु ऐसे नियमों और कानून का पालन तभी होता है, जब उसकी […]