मां ममता का रूप होती है. अपनी संतान पर दुख की हल्की छाया तक नहीं पड़ने देने के लिए मां की ममता का आंचल संतान के लिए रक्षा कवच होता है. सदियों से मां के बारे में ऐसा ही कहा गया है. लेकिन जब उसी मां के बारे में यह पढ़ने सुनने को मिलता है कि संतान का सौदा करना उसका धर्म और पेशा है तो कहीं ना कहीं ममता कलंकित होती है. और ऐसी मां मां नहीं रह जाती बल्कि एक सौदागर स्त्री बन जाती है.
यह बच्ची, जो अपना नाम लक्ष्मी बताती है, मां और ममता के नाम पर सौदागर स्त्री की पोल खोलती है. लक्ष्मी ने बताया कि उसकी मां ने उसे बेच दिया है. इससे पहले उसने उसके एक भाई यानी अपनी दूसरी संतान को भी ट्रेन में छोड़ दिया था. लक्ष्मी के अनुसार उसकी मां का नाम पिंकी शर्मा और पिता का नाम मनोज शर्मा है.यह बच्ची कुछ दिन पहले दिन पहले सिलीगुड़ी के जंक्शन स्थित बस स्टैंड पर कुलीपाड़ा निवासी एक व्यक्ति विनोद कामती को मिली थी.
विनोद कामती के अनुसार बच्ची की तथाकथित मां ने उसे कुछ दिनों के लिए अपने पास रखने को कहा था. उसके बाद वह बच्ची को विनोद कामती के हवाले कर बस से कहीं चली गई. शायद कोटा या एमपी. विनोद कामती को पता नहीं. जैसा कि वह बता रहा है. एक दिन विनोद कामती महिला से फोन पर संपर्क करता है और बच्ची को वापस ले जाने की बात कहता है. विनोद कामती का माथा तब ठनकता है जब उक्त महिला बच्ची को वापस ले जाने की बात से इंकार कर देती है. विनोद कामती परेशान हो जाता है. आखिर यह पूरा माजरा क्या है, अब तक किसी को पता नहीं.
जल्द ही यह मामला प्रधान नगर पुलिस के सुपुर्द किया जाने वाला है. क्योंकि बच्ची को लेकर विनोद कामती के परिवार वाले काफी परेशान हैं और वह बच्ची को अब और रखना नहीं चाहते. दूसरी ओर लक्ष्मी की मां लक्ष्मी को अपनाने के लिए तैयार नहीं है. ऐसे में विनोद कामती पुलिस के पास जाना चाहता है. क्योंकि इसके अलावा उसके पास अन्य कोई रास्ता नहीं है.
लक्ष्मी काफी मासूम है. वह अभी एलकेजी में पढ़ती है और अच्छी हिंदी बोलती है. लक्ष्मी के अनुसार उसको छोड़कर जाने वाली मां पिंकी शर्मा दिल्ली में रहती है. ऐसे में सवाल उठता है कि पिंकी शर्मा ने झूठ क्यों बोला था. बस स्टैंड के टिकट काउंटर के लोग बताते हैं कि महिला अपनी मासूम बच्ची के साथ एमपी का टिकट लेने आई थी, तो उसे बताया गया कि एमपी का सीधा टिकट नहीं मिल सकता है. महिला जल्दबाजी में थी.
विनोद कामती के अनुसार महिला ने उसे कोटा जाने की बात बताई थी. आखिर महिला ने यह झूठ क्यों बोला. सवाल यह भी है कि क्या महिला ने लक्ष्मी का सौदा किया था और उसे बेचकर फरार हो गई? संदेह यह भी है कि क्या वह महिला लक्ष्मी की सौतेली मां तो नहीं? क्योंकि सौतेली मां ही ऐसे कांड को अंजाम देती है. बहर हाल पुलिस सच्चाई का पता लगा लेगी कि आखिर इस सब के पीछे असली माजरा क्या है. फिलहाल यह पूरी कहानी रहस्य के घेरे में है. इस पर से पर्दा तो पुलिस ही उठाएगी. अब देखना है कि लक्ष्मी को उसकी मां से मिलन होता है या नहीं या फिर कहानी कुछ और ही है…!