मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की विदेश यात्रा की केवल पश्चिम बंगाल में ही नहीं बल्कि देशभर के राजनीतिक हलकों में खूब चर्चा हो रही है. एक लंबे अरसे के बाद केंद्र सरकार ने ममता बनर्जी को विदेश जाने की अनुमति दी है. ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में विदेशी निवेश और ज्यादा से ज्यादा उद्योग लाने के इरादे से विदेश दौरे पर हैं. पश्चिम बंगाल में फुटबॉल को बढ़ावा देने के मिशन पर पहले ही ला लीगा के साथ उनका एक समझौता हो चुका है. इसके अलावा मुख्यमंत्री की ओर से कहा गया है कि स्पेन की एक कपड़ा कंपनी टेंपे ग्रुपो इंडी टेक्स क्रिसमस से पहले बंगाल में उत्पादन शुरू कर देगी. मुख्यमंत्री स्पेन की 12 दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं.
पश्चिम बंगाल में विपक्ष उनके बयान को गंभीरता से नहीं ले रहा है. आज भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने चुटकी लेते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में पांच वैश्विक शिखर सम्मेलन हो चुके हैं. लेकिन यहां एक भी रुपए का निवेश नहीं आया. यहां कोई भी उद्योगपति उद्योग लगाने के लिए तैयार नहीं. दरअसल बंगाल में सभी प्रदेशों से ज्यादा कट मनी चलता है. तृणमूल कांग्रेस के लोग कट मनी के बगैर नहीं रह सकते. ऐसे में उद्योगपति अपना कारोबार बंद करना ही ज्यादा उचित समझते हैं.
राहुल सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री 5 साल तक विदेश नहीं जा सकी. इस बार केंद्र सरकार ने उन्हें विदेश जाने की अनुमति दी. उन्होंने मुख्यमंत्री की स्पेन यात्रा और बंगाल में विदेशी निवेश पर प्रहार करते हुए कहा कि वह राज्य की जनता के साथ एक नाटक करना चाहती है. क्योंकि पश्चिम बंगाल में शिल्प की कोई जगह नहीं है. उद्योग लगाने का यहां कोई उपयुक्त माहौल नहीं है. बड़ी-बड़ी बातें कहने से कुछ नहीं होता. राहुल सिन्हा ने राज्य में ईडी की कार्रवाई और हाई कोर्ट के फैसले को सही बताया.
राहुल सिन्हा ने कहा कि पश्चिम बंगाल में एक-एक करके उद्योग धंधे बंद होते जा रहे हैं. इसका कारण तृणमूल कांग्रेस की कट मनी संस्कृति है. उन्होंने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि वह राज्य के लोगों को धोखा दे रही है. तृणमूल कांग्रेस के शासन में सिर्फ बम बारूद के कारखाने ही चलते हैं. जिनका उपयोग चुनाव के समय किया जाता है. राहुल सिन्हा ने कहा कि चुनाव के समय यहां सबसे ज्यादा हिंसा होती है. इस बात को देश भी जानता है.
राहुल सिन्हा ने कहा कि सारा देश जानता है कि पश्चिम बंगाल में जगह-जगह बम बारूद के कारखाने हैं. यहां तक कि लोगों के घरों में बम बारूद बनाए जाते हैं. लेकिन शासन व्यवस्था और पुलिस प्रशासन ऐसा है कि बम बारूद बनाने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं करता. उन्होंने कहा कि पूरा बंगाल बम और बारूद के ढेर पर खड़ा है.
राहुल सिन्हा ने जोर देकर कहा कि यहां से अनेक उद्योग धंधे और कारखाने दूसरे राज्यों में चले गए हैं और मुख्यमंत्री यहां उद्योग धंधे लगाने की बात करती है. जो था उसे तो चला नहीं पाई और अब यहां उद्योग लाने की बात करती है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में शासन व्यवस्था की स्थिति अत्यंत खराब है. कानून एवं व्यवस्था के अभाव में उद्योगपति और व्यापारी संकट में हैं. राज्य में कदम कदम पर बम बारूद के कारखाने खोले जा रहे हैं. लोकसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री राज्य में भारी हिंसा कराना चाहती है.
राहुल सिन्हा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस बनाम तृणमूल कांग्रेस की लड़ाई होगी. तृणमूल कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर है. उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनाव के समय आप देखिएगा तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में लड़ेंगे और राज्य में हिंसा फैलाएंगे.