सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव सिक्किम पर काफी गुस्से में हैं. उन्होंने सिक्किम को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि छोटे से राज्य सिक्किम को स्वच्छ राज्य कहा जाता है. लेकिन क्या उसकी स्वच्छता यही है कि अपने प्रदेश का कचरा उठाकर बंगाल में डालो और बंगाल को गंदा करो! इसे हम कभी बर्दाश्त नहीं कर सकते. सिक्किम के लिए हमारी शुभकामनाएं हैं. परंतु सिक्किम अपने प्रदेश का कचरा बंगाल में डालता रहे, इसे हम बर्दाश्त नहीं कर सकते. जल्द ही इसका मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा.
गौतम देव ने संवाददाता सम्मेलन में सिक्किम की करतूत की निंदा करते हुए कहा कि सिक्किम सरकार और प्रशासन को इसकी जानकारी दी जा रही है. खुद को स्वच्छ राज्य कहते हैं. लेकिन अपने राज्य का कूड़ा बंगाल में डालेंगे. वह भी मेडिकल वेस्ट जो संक्रामक रोगों का एक बहुत बड़ा कारण है. क्या उन्हें लज्जा नहीं आती? गौतम देव ने कहा कि मैं इस मामले को ऊपर तक ले जाऊंगा. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राज्य सचिव और अधिकारियों को पत्र लिखा जा रहा है…
दरअसल यह सारा माजरा सिक्किम के उस दुस्साहस को लेकर खड़ा किया जा रहा है, जो वह पिछले काफी दिनों से चोरी चुपके कर रहा है. पिछले काफी दिनों से सिक्किम का कचरा सिलीगुड़ी में चोरी छिपे लाया जा रहा है. कभी डंपिंग ग्राउंड में, तो कभी डाबग्राम इलाके में तो कभी इंदिरा गांधी मैदान के नजदीक, तो कभी तीस्ता नदी में रात के अंधेरे में कचरा ढोने वाली गाड़ियां कचरा डालकर चली जाती हैं. स्थानीय निवासियों ने पहले भी इसका विरोध किया था.
आपको याद होगा कि पिछले महीने नेपाली बस्ती के पास फराबाड़ी बैकुंठपुर जंगल इलाके में चाय बागान के आसपास सिक्किम की तीन गाड़ियां रात के अंधेरे में पहुंची और चुपके से कचरा डालने लगी. जब स्थानीय लोगों को पता चला तो उन्होंने इसका विरोध किया और सिक्किम से आए ट्रकों को रोक लिया. बाद में ट्रक के चालकों द्वारा सफाई दी गई कि वास्तव में यह कोई कचरा नहीं था. इसे बिहार लेकर जाना था. लेकिन बिहार की गाड़ी नहीं आने से उसकी अदला बदली नहीं की जा सकी. खैर बात आई गई हो गई.
लेकिन सूत्र बताते हैं कि उसके बाद से सिक्किम के कचरे को चोरी चुपके बंगाल लाया जा रहा था और डंप किया जा रहा था. उम्मीद की जा रही थी कि इस घटना के बाद सब कुछ ठीक हो जाएगा. लेकिन सिक्किम अपनी हरकतों से बाज नहीं आया. अगर ऐसी घटनाएं बार-बार होने लगे तो किसी का भी माथा ठनक सकता है. आज की घटना ने सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव को भी कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर कर दिया है.
आज एक बार फिर से सिक्किम प्रदेश के तीन वाहन रात के अंधेरे में सिक्किम का कचरा लेकर सिलीगुड़ी के ईस्टर्न बाईपास इलाके में डंप करने पहुंचे. स्थानीय लोगों को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने ट्रकों को रोक दिया और पुलिस प्रशासन और नगर निगम को इसकी जानकारी दी. मेयर गौतम देव ने पुलिस कमिश्नर सी सुधाकर को तीनों गाड़ियों को जब्त करने का निर्देश दिया और साथ ही पुलिस प्रशासन को यह भी निर्देश दिया गया है कि इस संबंध में आवश्यक FIR करके सिक्किम सरकार को उचित जवाब दिया जाए. गौतम देव ने आश्चर्य व्यक्त किया कि क्या सिक्किम सरकार को इसकी जानकारी नहीं है कि उसके प्रदेश का कचरा बंगाल में डंप किया जा रहा है?
आपको बताते चलें कि सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए स्थानीय पर्यावरण विदों ने भी चिंता व्यक्त की थी और सिलीगुड़ी प्रशासन से इस पर ध्यान देने का आग्रह किया था. सिक्किम सरकार अथवा सिक्किम की ओर से अभी तक अधिकारियों का कोई जवाब सामने नहीं आया है. अब इस मामले ने काफी तूल पकड़ लिया है. गौतम देव ने संकेत दिया है कि सिक्किम को इस गलती के लिए माफ नहीं किया जा सकता है. ऐसा लगता है कि यह मामला कोलकाता तक पहुंच गया है.अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ही इस मामले को देखेंगी.
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