सिलीगुड़ी और संपूर्ण उत्तर बंगाल में औद्योगिक विकास को गति मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है. उत्तर बंगाल के उद्योगपति ममता बनर्जी के सिलीगुड़ी आगमन की बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे हैं. सोमवार को ममता बनर्जी उत्तर बंगाल के दौरे पर आ रही हैं. उनका चार दिवसीय उत्तर बंगाल दौरा काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है. जानकार उनकी उत्तर बंगाल यात्रा को 2026 के विधानसभा चुनाव की तैयारी के रूप में देख रहे हैं. उनका मुख्य फोकस उत्तर बंगाल में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति और औद्योगिक विकास पर टिका रहेगा. पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री का उत्तर बंगाल दौरा काफी व्यस्त रहने वाला है.
हाल ही में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आतंकवाद के मुद्दे पर भारत सरकार को अपनी पार्टी का पूरा समर्थन दिया था. इसके अलावा उन्होंने भारतीय सेना की भी काफी तारीफ की थी. राज्य में निलंबित कर्मचारियों और शिक्षकों को हर महीने ₹20000 से लेकर ₹25000 तक नियमित रूप से अनुदान देने का एक बड़ा साहसिक फैसला किया है. उन्होंने और भी बहुत सी घोषणाएं की हैं. जिनमें कोलकाता के न्यू टाउन इलाके में 25 एकड़ जमीन पर आईआई टीईसी नामक एक विश्व स्तरीय टेक्नोलॉजी पार्क विश्व आंगन पार्क बनाना, कूचबिहार के किसान को बांग्लादेश से वापस लाने संबंधी घोषणा के साथ-साथ भाजपा की तिरंगा यात्रा के जवाब में 17 और 18 मई को राज्यव्यापी राष्ट्रवादी रैली की घोषणा इत्यादि प्रमुख हैं.
आपको बताते चलें कि हाल ही में बंगाल सरकार ने पुरुलिया के रघुनाथपुर, पानागढ, दुर्गापुर और हावड़ा समेत अन्य स्थानों पर स्थित औद्योगिक पार्कों में कंपनियों को प्लांट लगाने के लिए कुल 10 स्थानों पर 2515 एकड़ जमीन के आवंटन को मंजूरी दे दी है. मुख्यमंत्री ने इसकी स्वयं घोषणा की है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि था कि इन सभी प्रस्तावों से लगभग 25000 करोड रुपए का निवेश बंगाल को आने वाला है. इससे 70000 से अधिक युवा प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त करेंगे.
राजनीतिक पंडित मानते हैं कि मुख्यमंत्री के द्वारा उठाए जाने वाले कदम 2026 के विधानसभा चुनाव की तैयारी के रूप में ही है. दक्षिण बंगाल में विकास कार्यक्रमों की घोषणा के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उत्तर बंगाल और सिलीगुड़ी को भी महत्वपूर्ण सौगात देने वाली है. उत्तर बंगाल में उनकी पार्टी की स्थिति काफी कमजोर है. ऐसे में यह उम्मीद बताई जा रही है कि मुख्यमंत्री उत्तर बंगाल के लिए विशेष घोषणाएं कर सकती हैं.
मुख्यमंत्री जानती है कि सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल में औद्योगिक विकास की गति काफी धीमी है. यहां बेरोजगारी अत्यधिक है. ऐसे में बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए सिनर्जी कार्यक्रम को सबसे ऊपर रखा है. ममता बनर्जी सोमवार को ही कोलकाता से आने के बाद सिलीगुड़ी में उद्योगपतियों के साथ सिनर्जी कार्यक्रम में भाग लेंगी. इसमें उत्तर बंगाल और सिलीगुड़ी में औद्योगिक विकास और निवेश की संभावनाओं पर विचार किया जाएगा और एक एजेंडा तय किए जाने की संभावना है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 20 मई को उदलाबाड़ी जाएंगी.वे वहां विभिन्न सरकारी योजनाओं की बरसात करने वाली है. उदलाबाड़ी के लोग भी उनकी तरफ आशा भरी नजरों से देख रहे हैं. यहां कई प्रोजेक्ट तैयार हो गए हैं. कुछ प्रोजेक्ट तैयार होने वाले हैं. जबकि कई प्रोजेक्टों की आधारशिला भी रखी जाने वाली है. जलपाईगुड़ी के लोगों को इसका पूरा लाभ मिलेगा. 21 मई को मुख्यमंत्री सिलीगुड़ी के उत्तर कन्या में एक प्रशासनिक बैठक करने वाली है.
जानकारों के अनुसार आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री प्रशासनिक अधिकारियों को कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर कुछ महत्वपूर्ण सलाह दे सकती हैं. इस बैठक में दार्जिलिंग, कालिमपोंग, कूचबिहार, जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार जिलों के सभी अधिकारी उपस्थित रहेंगे. जबकि उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर और मालदा जिलों के प्रशासनिक अधिकारी वर्चुअल रूप से बैठक में भाग लेंगे.
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उत्तर बंगाल की विकास परियोजनाओं में प्रशासनिक चुनौतियों और भविष्य की योजनाओं पर प्रशासनिक अधिकारियों को न केवल निर्देश देंगी. बल्कि उनसे अपेक्षा करेंगी कि समय सीमा के भीतर वे कार्य करके दिखाएं. मुख्यमंत्री की उत्तर बंगाल यात्रा में सबसे महत्वपूर्ण उनका सिनर्जी कार्यक्रम देखा जा रहा है. इस कार्यक्रम के जरिए ही सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल में औद्योगिक निवेश का मार्ग प्रशस्त होने वाला है. 22 मई को मुख्यमंत्री वापस कोलकाता लौट जाएंगी.
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)