मार्च का महीना और आयकर रेड ना हो, ऐसा तो हो ही नहीं सकता! ऊपर से लोकसभा का चुनाव, ऐसे में इनकम टैक्स विभाग की गतिविधियां बढ़ जाती हैं. सिलीगुड़ी, गुवाहाटी और कोलकाता में एक साथ दर्जनों व्यवसायियों के ठिकानों पर आईटी विभाग की रेड चल रही है. यह रेड लगातार चलता रहेगा. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सिलीगुड़ी और आसपास के कई इलाकों में होटल कारोबार, चाय बागान, मार्बल, रियल एस्टेट इत्यादि से जुड़े कारोबारियों के ठिकानों पर गुप्त रूप से चलाए गए रेड में आईटी अधिकारियों को क्या हाथ लगे हैं, यह तो पता नहीं लेकिन जो सबूत और दस्तावेज बरामद हुए हैं, उसका कारोबार पर व्यापक असर पड़ने का अनुमान लगाया जा रहा है.
सिलीगुड़ी में उपरोक्त व्यवसाय से जुड़े कारोबारी काफी घबराए हुए हैं. यह स्वाभाविक भी है कि जब-जब आईटी रेड होता है, कारोबारी में आतंक और दहशत की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. दरअसल उपरोक्त व्यवसाय से जुड़े क्षेत्र में आमतौर पर इनकम और खर्च में पारदर्शिता नहीं रखी जाती है या यह भी कह सकते हैं कि इन क्षेत्रों में गड़बड़ी की ज्यादा संभावना रहती है. कई व्यापारी इन व्यावसायिक क्षेत्र से उपार्जित रकम का नियमानुसार घोषणा नहीं करने और कर बचाने के लिए दस्तावेज तैयार करते हैं और जब आयकर विभाग के अधिकारी को इसके बारे में शिकायत मिलती है, तो आयकर टीम सतर्क होकर अत्यंत गोपनीय तरीके से कारोबारी पर नजर रखना शुरू कर देती है. उसके बाद ही रेड की कार्रवाई की जाती है.
सिलीगुड़ी में कोई पहली बार रेड नहीं हुआ है. पहले भी यहां रेड हुआ है. सही कागजात नहीं दिखाने से ही आईटी विभाग के अधिकारियों को दूसरे कारोबारी तक पहुंचने का रास्ता मिल जाता है. देखा जाता है कि एक कारोबारी का सूत्र अन्य कारोबारी से भी जुड़ा रहता है. ऐसे में आयकर विभाग की टीम संबंधित कारोबारी पर भी रेड डालती है. आयकर विभाग की टीम ने सिलीगुड़ी के एक बड़े बिल्डर सुरेश गर्ग तथा दूसरे व्यवसाईयों के ठिकानों पर रेड डाला है. बताया जाता है कि सुरेश गर्ग का सिलीगुड़ी में ही नहीं बल्कि असम और कोलकाता में भी कई सगे संबंधियों के नाम कारोबार चल रहे हैं और इन सभी ठिकानों पर उनके दफ्तर और आवास भी हैं.
सुरेश गर्ग के बेटे का नाम प्रतीक गर्ग, भाई का नाम गोविंद गर्ग और जीजा अशोक मोठ हैं. उनके कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गयी.सुबह-सुबह इन सभी ठिकानों पर की गई छापेमारी में आसपास के इलाकों में भी हलचल मच गई. उत्तरायण, ग्रीन वैली, चर्च रोड और एस एफ रोड स्थित कारोबारी के ऑफिस और आवास पर आईटी अधिकारियों की रेड की खबर सुनते ही दूसरे व्यवसाईयों में भी सनसनी फैल गई. गुवाहाटी आईटी विभाग के अधिकारी सिलीगुड़ी में रेड डाल रहे थे तो सिलीगुड़ी आईटी विभाग के अधिकारी गुवाहाटी में रेड डाल रहे थे. इन संबंधित कारोबारियों के कोलकाता और गुवाहाटी के अलग-अलग एक दर्जन से अधिक ठिकानों पर भी रेड डाला गया. सूत्रों ने बताया कि इन सभी स्थानों से अधिकारियों को कुछ महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं.
आपको बताते चलें कि कुछ दिन पहले ही आयकर विभाग की टीम ने सिलीगुड़ी शहर के एक और बड़े बिल्डर के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी. सालूगाड़ा में आयकर टीम ने पहले भी छापा मारा था. इसके अलावा कुछ अरसा पहले सिक्किम में भी एक चर्चित कारोबारी के ठिकानों पर आयकर विभाग के अधिकारियों ने रेड डाला था. अभी तक पता नहीं चल पाया है कि कागजातों की जांच में अधिकारियों ने क्या गलती पाई है. लेकिन एक बात साफ है कि कहीं ना कहीं आयकर विभाग के अधिकारियों को कुछ महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं. क्योंकि यह भी बताया जा रहा है कि अधिकारियों ने पहले पूरी तरह छानबीन करने के बाद ही रेड की कार्रवाई की है.
आयकर विभाग अधिकारियों के वर्तमान रेड के बाद यह समझा जा रहा है कि सिलीगुड़ी में रियल एस्टेट, होटल कारोबार, मार्बल, चाय बागान इत्यादि से जुड़े कारोबारी आईटी विभाग के निशाने पर हैं. आईटी विभाग के अधिकारी कभी भी हरकत में आ सकते हैं. क्योंकि आईटी विभाग अधिकारियों को उपरोक्त कारोबार के क्षेत्र में ज्यादा गड़बड़ी पाए जाने की आशंका रहती है. बहरहाल यह देखना होगा कि आईटी विभाग अधिकारियों की गाज सिलीगुड़ी के और किन कारोबारियों पर गिर सकती है.
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