November 18, 2024
Sevoke Road, Siliguri
Uncategorized

आंख का काजल चुराने वाले साइबर ठग कूरियर ट्रेकिंग में भी घुसपैठ बढा रहे!

जयपुर के एक व्यापारी अमित लखोटिया ने सिलीगुड़ी के कारोबारी श्याम पूजन को 27 अप्रैल को कूरियर बुक करवाया था. एयर कूरियर था. इसके हिसाब से 29 अप्रैल तक उक्त कोरियर श्याम पूजन को मिल जाना चाहिए था. लेकिन कूरियर के इंतजार में 2 मई भी निकल गयी. श्याम पूजन को कोरियर नहीं मिला. इसके बाद श्याम पूजन ने स्वयं ही पैकेट का पता लगाने के लिए कूरियर ट्रैकिंग पद्धति का इस्तेमाल किया और कूरियर नहीं मिलने का कंप्लेन भी कंपनी को भेज दिया. उस दिन बात आई गई हो गई.

इस घटना के दूसरे दिन डॉमेस्टिक एंड इंटरनेशनल कूरियर डिपार्टमेंट, कोलकाता से श्याम पूजन को एक फोन आता है. दूसरी ओर से कहा जाता है कि आपके कूरियर का बुकिंग नंबर फलां है. आपका कूरियर पैकेट पेंडिंग में है. इसलिए अब तक आपको कूरियर नहीं मिल पाया है. अगर इसे प्राप्त करना चाहते हैं तो ₹5 तुरंत कंपनी के अकाउंट में भेज दीजिए. ताकि उसे एक्टिवेट करके आपको कूरियर भेजा जा सके. श्याम पूजन के लिए पैकेट जल्द से जल्द मिलना काफी आवश्यक था.

उन्होंने सोचा कि ₹5 की ही तो बात है. क्यों नहीं कंपनी को ₹5 भेज कर कूरियर एक्टिवेट करा लिया जाए. यह विचार कर श्याम पूजन अंजलि एक्सप्रेस नामक कूरियर विभाग को दूसरी तरफ से बताए गए नंबर पर पैसे ऑनलाइन भेजने के बारे में सोचने लगे. लेकिन तभी उन्हें ख्याल आया कि क्यों नहीं सीधे अमित लखोटिया को फोन किया जाए. क्योंकि कूरियर उन्होंने ही किया था.

यह सोच कर श्याम पूजन ने अमित लखोटिया को फोन किया और उन्हें कोलकाता से आए फोन के बारे में सारी बातें बता दी. सुनकर अमित लखोटिया का भी माथा चकरा गया. अमित लखोटिया ने अनेक व्यापारियों को कूरियर भेजा था. पिछले 10 सालों में यह पहला मामला था, जब किसी कूरियर कंपनी से इस तरह की बात की गई हो. उन्हें लगा कि हो सकता है कि यह कोई शातिर ठग हो. क्योंकि कूरियर सेवा में पेंडिंग वस्तु का रिचार्ज भी किया जाता है, उन्होंने पहले कभी नहीं सुना था. उन्हें कुछ शक हुआ. उन्होंने श्याम पूजन को ऐसा करने से रोका और कहा कि इससे हो सकता है कि कोई नई मुसीबत खड़ी हो जाए.

श्याम पूजन ने अमित लखोटिया की बात मानकर कूरियर डिपार्टमेंट का फोन डिस्कनेक्ट कर दिया. कुछ देर के बाद उन्हें दोबारा फोन किया गया और एक बार फिर से कुछ ऐसा ही प्रस्ताव दूसरी ओर से रखा गया. इस बार दूसरी ओर से कहा गया कि अगर आप कूरियर हासिल नहीं करना चाहते हैं तो उसे वापस सेंडर को भेज दिया जाएगा. तब तक श्याम पूजन ने अपने सूत्रों से पता करवा लिया कि उनका कूरियर तो सिलीगुड़ी स्थित एक कूरयर सर्विस की ब्रांच शाखा में आ चुका है तथा आज ही उसे डिलीवरी के लिए भेज दिया गया है. इसके बाद उनका शक पुख्ता हो गया. उन्होंने राहत की सांस ली और मन ही मन अमित लखोटिया का शुक्रिया अदा किया कि उन्हें समय रहते साइबर अपराधियों के जाल में फंसने से बचा लिया…

साइबर ठगों से पूरी दुनिया परेशान है. जैसे-जैसे डिजिटल क्षेत्र में क्रांति आ रही है, साइबर ठगों का जाल भी कसता जा रहा है. इसके बावजूद कि देश और दुनिया की पुलिस साइबर अपराधियों को नेस्तनाबूद करने की हर संभव कोशिश कर रही है. लेकिन सच्चाई यह है कि जैसे-जैसे पुलिस और कानून का शिकंजा साइबर ठगों के गिर्द कसता जा रहा है, साइबर अपराधी अपराध के तरीकों में भी बदलाव ला रहे हैं और लोगों को लूटने के नए-नए तरीके ढूंढ रहे हैं.

सिलीगुड़ी एक व्यापारिक सेंटर है. यहां के कारोबारी देश के विभिन्न भागों में कभी सैंपल तो कभी दस्तावेज तो कभी कुछ और भेजते रहते हैं. व्यापारियों की तादाद को देखते हुए हाल के दिनों में यहां अनेक कूरियर कंपनियों के दफ्तर खुल गए हैं. यह पहला मामला है जब कूरियर सेवा में भी ग्राहकों को लूटने का जाल फैलाया जा रहा है.चंद लोगों की गलत नियत तथा ठगने के तरीके व्यापारियों पर भी भारी पड़ रहे हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *