सिक्किम में कुदरत के कहर का असर उत्तर बंगाल में भी दिखाई दे रहा है. लगातार बारिश के चलते तीस्ता और सहायक नदियां उफनायी हुई है. उत्तर बंगाल के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो चुके हैं. डीबीसी की ओर से बताया गया है कि अगले कुछ दिनों में और पानी छोड़े जाने की संभावना है. इसको देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रशासनिक अधिकारियों की सभी छुट्टियां रद्द कर दी हैं.
उत्तर बंगाल के सभी जिलों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसके मद्देनजर एक महत्वपूर्ण बैठक की है.अलीपुर मौसम विभाग ने जलपाईगुड़ी,अलीपुरद्वार और कूचबिहार के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. जबकि दार्जिलिंग और कालिमपोंग के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. उत्तर बंगाल के तीन जिलों में इससे भी बड़ी मुसीबत आ सकती है. आज और कल तक लोगों को संभलकर रहने की जरूरत है.क्योंकि शनिवार से मौसम का मिजाज बदलने के पूरे आसार हैं.
तीस्ता नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और निचले इलाकों में बस्ती क्षेत्रों में मुसीबत पैदा कर रहा है.नदी से अब तक 15 शव निकाले जा चुके हैं. हालांकि यह पता नहीं चल सका है कि यह शव लापता सैनिकों के हैं जो सिक्किम के आपदा क्षेत्र से लापता हो गए थे या फिर साधारण लोगों के शव हैं. यह सभी शव अलग-अलग स्थानो से बरामद किए गए हैं. नदी से बरामद शवों की शिनाख्त की जा रही है.
सिक्किम और पश्चिम बंगाल की सीमा पर स्थित तीस्ता नदी घाटी क्षेत्र में स्थित बस्ती और गांवों का हाल काफी बुरा है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सभी संबंधित विभागों को राहत एवं बचाव कार्य के लिए मुस्तैद रहने का निर्देश दिया है. प्रशासन के लोग, अधिकारी, राज्य के मंत्री और यहां तक कि स्वयं राज्यपाल भी आपदा प्रभावित लोगों को देखने पहुंचे. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आज सुबह कालीझोड़ा गए थे. जीटीए ने राहत एवं सहायता के लिए प्रशासनिक अधिकारियों की एक टीम तैयार की है. जबकि राज्य सरकार के प्रशासनिक अधिकारी बाढ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं.
आज सिलीगुड़ी समेत उत्तर बंगाल के कई जिलों में काफी बारिश हुई है.जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और कूचबिहार में बारिश 30 सेंटीमीटर को भी पार कर गई है. राजगंज ब्लॉक की लालटुंग बस्ती क्षेत्र में तीस्ता नदी का पानी भर गया है. जहां से लोगों को रात में ही निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. सिंचाई विभाग और प्रशासनिक अधिकारी लालटुंग बस्ती का लगातार दौरा कर रहे हैं. उधर गाजोलडोबा में तीस्ता बैराज का बांध टूट चुका है. जिसको ठीक करने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास चल रहा है. आज सुबह राज्य के सिंचाई मंत्री बागडोगरा से सीधे गाजोलडोबा गए और बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का मुआयना किया. उन्होंने भरोसा दिया कि बाढ़ पीड़ितों को सभी तरह की मदद उपलब्ध कराई जाएगी.
गुरुवार तक इन इलाकों में खतरा दिख रहा है.मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को दक्षिण तथा उत्तर 24 परगना, नदिया, बीरभूम और मुर्शिदाबाद में भी भारी बारिश हो सकती है.लेकिन राहत की बात है कि शुक्रवार शाम से बारिश में कुछ कमी आ सकती है और शनिवार से मौसम का मिजाज बदलने के पूरे आसार हैं. यानी आज और कल दो दिनों तक लोगों को मौसम की मार का सामना करना पड़ सकता है.
अलीपुरद्वार और कूचबिहार में 300 मिलीमीटर से अधिक बारिश होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है. ऐसे में प्रशासन के हाथ पांव फूलने लगे हैं. निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की व्यवस्था संबंधित विभागों से की जा रही है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्थानीय प्रशासन को सतर्क कर दिया है. इसलिए प्रशासनिक अधिकारी, इंजीनियर और संबंधित विभाग आपदा से निपटने की पहले से तैयारी कर रहा है.
मौसम विभाग ने दार्जिलिंग, सिलीगुड़ी ,उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर और मालदा में आज रात भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. दार्जिलिंग के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा कालिमपोंग में भी भारी बारिश हो सकती है. कालिमपोंग के लिए भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. दक्षिणी बंगाल में लगभग सभी जिलों में बारिश हो रही है. मौसम विभाग की ताजा अपडेट में बताया गया है कि उत्तर बंगाल में शुक्रवार को अलीपुरद्वार और कूचबिहार को छोड़कर बाकी जिलों में कम बारिश हो सकती है.