प्रत्येक माह की 1 तारीख को तेल कंपनियां एलपीजी सिलेंडर का मूल्य तय करती है, जो कभी बढ़ता और कभी घटता है. पिछले महीने तेल कंपनियों ने सभी प्रकार के एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में भारी वृद्धि की थी. तो क्या इस बार भी एलपीजी सिलेंडर की कीमत में वृद्धि हो रही है?
आज से नया वित्त वर्ष शुरू हो रहा है. इसलिए आज का दिन काफी महत्वपूर्ण है. आज से कई चीजों के दाम बढ़े हैं तो कई वस्तुओं के दाम घट भी गए हैं. लोगों को लग रहा था कि एक बार फिर से एलपीजी सिलेंडर की कीमत में वृद्धि होगी. परंतु ऐसा नहीं हुआ. तेल कंपनियों ने एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में लगभग ₹92 तक की कमी की है. हालांकि यह भी बताते चलें कि यह कमी केवल कमर्शियल सिलेंडर पर ही हुई है.
इसके विपरीत डोमेस्टिक और सब्सिडी वाले सिलेंडर पर रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ है. 14.2 किलो वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत में पिछले महीने ₹50 की वृद्धि हुई थी. उसमें कोई कमी नहीं की गई है. यह कमी केवल कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दाम में हुई है. पिछले महीने 1 मार्च को तेल कंपनियों ने एक झटके में ही कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दाम ₹350 से अधिक बढ़ा दिए थे. जबकि घरेलू एलपीजी सिलेंडर के रेट में ₹50 की वृद्धि की थी.
इसको लेकर सिलीगुड़ी में विभिन्न संगठनों और राजनीतिक दलों की ओर से भारी विरोध प्रदर्शन हुए थे. कम से कम इस बार ऐसा कुछ होने नहीं जा रहा है. सिलीगुड़ी के लोग खासकर सामान्य महिलाएं जरूर राहत महसूस कर रही होंगी. कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत में कटौती के बाद दिल्ली में प्रति सिलिंडर ₹2028,कोलकाता में ₹2132, मुंबई में ₹1980 जबकि चेन्नई में ₹2192 50 पैसे कीमत हो गई है.
आपको बताते चलें कि तेल कंपनियों ने पहले ही सामान्य उपभोक्ताओं पर सब्सिडी खत्म कर दी है. जबकि उज्जवला योजना के अंतर्गत सरकार प्रति सिलेंडर ₹200 सब्सिडी दे रही है. भारत सरकार ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अंतर्गत ₹200 प्रति एलपीजी सिलेंडर सब्सिडी 1 साल के लिए बढ़ा दी है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम उत्पादों के दाम में वृद्धि के मद्देनजर यह कदम उठाया गया था. इस पहल से 9.6 करोड परिवारों को लाभ होगा.