जलपाईगुड़ी गवर्नमेंट कॉलेज एवं अस्पताल एक पुराना अस्पताल है.यहां जलपाईगुड़ी के विभिन्न क्षेत्रों से इलाज के लिए मरीज आते हैं. वर्तमान में जलपाईगुड़ी जिला अस्पताल को आधुनिक स्वरूप देने की तैयारी चल रही है.
जलपाईगुड़ी जिला अस्पताल में यूं तो सभी चिकित्सकीय उपकरण एवं डॉक्टर उपलब्ध हैं. लेकिन यह अभी भी उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल की तरह उन्नत नहीं हो सका है. यही कारण है कि कुछ मामलों में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं होने के चलते जलपाईगुड़ी जिला अस्पताल से मरीज को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर करना पड़ता है.
जलपाईगुड़ी जिला अस्पताल में संक्रामक रोगों से पीड़ित मरीज के इलाज के लिए अलग से व्यवस्था नहीं है. कोरोना काल से लेकर हाल ही में डेंगू, सर्दी जुकाम तथा दूसरे संक्रामक रोगों के समय यह देखा गया कि यहां रोगियों को भर्ती लेने तथा उन्हें स्पेशल वार्ड में रखने की समस्या उत्पन्न हुई थी. अब यहां अस्पताल में संक्रामक बीमारियों से पीड़ित मरीज के लिए एक आइसोलेशन वार्ड खुलने जा रहा है जो अगले हफ्ते से प्रारंभ हो जाएगा. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस आइसोलेशन वार्ड में रेबीज, चेचक, खसरा जैसे विभिन्न संक्रामक रोगों के मरीज को रखकर इलाज किया जाएगा.
जलपाईगुड़ी मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक हैं डॉक्टर कल्याण खान. उन्होंने बताया कि सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के बगल में स्थित टीबी अस्पताल के एक हिस्से में 16 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है. अगले हफ्ते से शुरू कर दिया जाएगा. उम्मीद की जा रही है कि यहां आइसोलेशन वार्ड शुरू होने से जलपाईगुड़ी जिले के संक्रमित रोगियों को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल पर इलाज के लिए निर्भर नहीं होना पड़ेगा.
वर्तमान में खसरा, चेचक जैसी संक्रामक बीमारी से पीड़ित रोगियों को अस्पताल के जनरल वार्ड में रखा जाता है. इससे जनरल वार्ड के रोगियों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.
इन सभी समस्याओं को देखते हुए जलपाईगुड़ी अस्पताल एवं कॉलेज के अधिकारियों ने यहां आइसोलेशन वार्ड शुरू करने का फैसला किया है. इससे जनरल वार्ड के मरीज भी सुरक्षित रहेंगे. अस्पताल प्रशासन एक-एक करके जलपाईगुड़ी जिला अस्पताल को बेहतर बनाने की दिशा में सक्रिय हो चुका है.
अगर पिछले सुधारों की बात करें तो इस अस्पताल में एक पर एक कई परिवर्तन किए गए हैं. इसमें प्रसूति के लिए अलग से आपातकालीन विभाग का संचालन भी शामिल है. मातृत्व सेवा शुरू होने से प्रसूति संबंधित सेवा यहां की महिलाओं को हर समय उपलब्ध रहती है. इसके अलावा साफ-सफाई और अनुशासन की व्यवस्था भी सुदृढ़ की जा रही है.