July 25, 2025
Sevoke Road, Siliguri
weather cyclone WEST BENGAL

तबाही की दस्तक!  बंगाल की खाड़ी में उठ रहा है क़हर – तूफान ‘विफा’ ले रहा है विकराल रूप

Destruction knocks! Havoc is rising in the Bay of Bengal – Cyclone ‘Vipha’ is taking a monstrous form


सिलीगुड़ी आज आग की चपेट में है। 38 डिग्री की चिलचिलाती गर्मी, लू जैसी तेज़ हवाएं और आसमान से बरसती आग ने आम जनजीवन को थामकर रख दिया है। शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा है और लोग अपने घरों में दुबके हुए हैं। यह मौसम की मार भर नहीं, बल्कि एक खामोश इशारा है – एक ऐसे तूफान की आहट, जो अब बंगाल की खाड़ी में जन्म ले चुका है और पूरे पूर्वी भारत को अपनी चपेट में लेने की तैयारी में है।

बंगाल की खाड़ी में उठा यह तूफान कोई सामान्य मौसमी गतिविधि नहीं है। टाइफून ‘विफा’, जो पहले ही दक्षिण चीन और हांगकांग को बुरी तरह प्रभावित कर चुका है, अब भारत की ओर बढ़ चला है। गल्फ ऑफ टोंकिन पार करने के बाद यह अब बंगाल की खाड़ी में प्रवेश कर चुका है, जहां इसने एक विनाशकारी निम्न दबाव क्षेत्र का रूप ले लिया है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि यह सिस्टम अगले 24 घंटों में एक तेज़ चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। समुद्र की लहरें उबल रही हैं, हवा की रफ्तार बेकाबू होती जा रही है, और सैटेलाइट से मिल रही तस्वीरों में बादलों की उग्र गति साफ देखी जा सकती है – जैसे क़ुदरत का ग़ुस्सा फूटने ही वाला हो।

तूफान ‘विफा’ का सबसे बड़ा प्रभाव ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, पूर्वी मध्य प्रदेश और उत्तर तेलंगाना में पड़ने की आशंका है। ओडिशा में 100 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और समुद्र का पानी तटीय शहरों में घुसपैठ कर सकता है। पश्चिम बंगाल में कोलकाता, दीघा और आसपास के इलाकों में तूफानी बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है। उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ और मध्य प्रदेश में गरज-चमक के साथ मूसलधार बारिश और बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है, जबकि उत्तर तेलंगाना में तेज़ हवाओं से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो सकता है।

भले ही सिलीगुड़ी समुद्र से दूर है, लेकिन तूफान ‘विफा’ की बाहरी मार यहां तक महसूस की जा सकती है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, शहर में अचानक मौसम बदल सकता है, उमस और तेज़ हवाएं लोगों को बेचैन कर सकती हैं। शाम तक आसमान में काले बादलों की घनी परत छा सकती है और रात होते-होते तेज़ बारिश गरज और बिजली के साथ दस्तक दे सकती है। ऐसे हालात में बिजली, इंटरनेट और ट्रांसपोर्ट सेवाएं ठप होने की आशंका जताई जा रही है। पेड़, खंभे और कच्चे मकान सबसे बड़े खतरे में हैं।

यह कोई सामान्य तूफान नहीं, एक तांडव है। समुद्र में 15 फीट तक ऊंची लहरें उठ सकती हैं, हवाएं 110 किमी/घंटा की रफ्तार से सब कुछ उड़ा सकती हैं। सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है। मछुआरों को समुद्र से दूर रहने का आदेश है, NDRF और राज्य आपदा बलों को तैनात कर दिया गया है, और तटीय गांवों से लोगों को हटाकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। आम जनता से अपील की गई है कि वह घरों में रहें, ज़रूरी सामान जैसे पीने का पानी, टॉर्च, दवाइयां और बैटरियां तैयार रखें और अफवाहों से बचते हुए सिर्फ आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें।

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