दार्जिलिंग के लोगों के लिए एक बड़ी और बहुप्रतीक्षित खुशखबरी आई है। नेशनल हाईवेज़ एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHIDCL) ने दर्जीलिंग के लिए वैकल्पिक हाईवे निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए फ़िज़िबिलिटी स्टडी, डीपीआर (DPR) और प्री-कंस्ट्रक्शन गतिविधियों के लिए कंसल्टेंट नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
यह जानकारी सांसद राजू बिस्ता ने शुक्रवार को एक प्रेस रिलीज़ जारी कर साझा की।
दर्जीलिंग भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शामिल है। हर साल यहां लाखों पर्यटक आते हैं। लेकिन NH-110 पर लगातार बढ़ते यातायात ने स्थानीय लोगों और यात्रियों दोनों के लिए बड़ी परेशानी खड़ी कर दी है।
NH-110 पर रोज़ाना 15,000 से अधिक वाहन चलते हैं, जो इसकी तय क्षमता से लगभग दोगुना है। इसके कारण घंटों लंबे जाम, आपातकालीन सेवाओं में देरी और पर्यटकों की मुश्किलें आम हो चुकी हैं। ऐसे में वैकल्पिक हाईवे की मांग पिछले कई वर्षों से लगातार उठाई जा रही थी।
सांसद राजू बिस्ता ने बताया कि दर्जीलिंग से सांसद चुने जाने के बाद से ही वे इस परियोजना को साकार करने के लिए लगातार प्रयासरत रहे हैं। पहले भी फ़िज़िबिलिटी स्टडी की प्रक्रिया शुरू हुई थी, लेकिन विभागीय स्थानांतरणों के कारण काम अटक गया था।
इसी मुद्दे को लेकर उन्होंने कई बार संसद में आवाज़ उठाई। सबसे हाल में उन्होंने 30 जुलाई 2025 को मानसून सत्र के दौरान भी इस मांग को जोरदार तरीके से रखा।
इसके बाद 29 अक्टूबर को उन्होंने केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर इस काम को तेज़ी से आगे बढ़ाने का अनुरोध किया। साथ ही NHIDCL के प्रबंध निदेशक डॉ. कृष्णन कुमार से भी चर्चा की। आज जारी प्रेस रिलीज़ में उन्होंने दोनों अधिकारियों के सकारात्मक और तेज़ी से मिले जवाब के लिए आभार व्यक्त किया।
राजू बिस्ता ने कहा कि यह परियोजना न केवल दर्जीलिंग बल्कि पूरे लोकसभा क्षेत्र के लिए विकास का नया द्वार खोलेगी।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी, और NHIDCL के एमडी डॉ. कृष्णन कुमार को धन्यवाद देते हुए कहा कि दर्जीलिंग के वैकल्पिक हाईवे को शीर्ष प्राथमिकता देने से आने वाले वर्षों में पर्यटन, व्यापार और आवागमन सभी को बड़ा लाभ मिलेगा।
