दुर्गापुर मेडिकल छात्रा दुष्कर्म कांड एक ऐसा मामला बन गया है जिस पर से सच का पर्दा उतर रहा है और फिर एक नया पर्दा चढ रहा है. यह अपने आप में एक अनोखा मामला है, जहां इस मामले से जुड़े लोगों के बयान बार-बार बदल रहे हैं. मुलजिम ही क्यों, बल्कि पीड़िता के माता-पिता के भी बयान बदल रहे हैं.
कल तक पीड़िता के माता-पिता राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कोस रहे थे और कह रहे थे कि बंगाल में औरंगजेब का राज चल रहा है. अब पीड़िता के पिता ममता बनर्जी को मां बता रहे हैं और अपनी गलतियों के लिए उनसे क्षमा मांग रहे हैं. पीड़िता के पिता ने कहा कि ममता बनर्जी मेरे लिए मां जैसी है. अगर मैंने कुछ गलत कहा है तो मुझे माफ करें. मैं बार-बार उनके चरणों में सर झुकाऊंगा. हालांकि वह अब भी कह रहे हैं कि इस घटना की सीबीआई जांच होनी चाहिए. लेकिन फैसले को राज्य सरकार पर छोड़ रखा है. यह घटना 10 अक्टूबर की है, जब पीड़िता के साथ दुष्कर्म हुआ था.
पुलिस इस मामले की तेजी से जांच कर रही है और अब तक इस दुष्कर्म कांड में 6 संदिग्ध लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है. उनसे पूछताछ के बाद ऐसा लगता है कि पुलिस किसी निष्कर्ष पर पहुंच चुकी है. पुलिस ने एक दिन पहले कहा था कि पीड़िता के साथ उसके दोस्त ने दुष्कर्म किया था ना कि उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था. फिर भी पुलिस की जांच में कोई चूक ना रह जाए, इसलिए पुलिस सब कुछ स्पष्ट कर लेना चाहती है.
पुलिस ने आरोपियों की पहचान करने के लिए आरोपियों की परेड कराने की योजना बनाई है ताकि पीड़िता उनकी पहचान कर पुष्टि कर सके कि गिरफ्तार किए गए लोग वास्तव में उसके साथ दुष्कर्म में शामिल थे. इसके लिए पुलिस अदालत से अनुमति की कोशिश कर रही है. पुलिस ने पीड़िता के दोस्त की मेडिकल लीगल जांच कराने की भी योजना बनाई है. इसके अलावा इस मामले की जांच कर रही पुलिस टीम अपराध से जुड़े आरोपियों के चाल ढाल के विश्लेषण पर भी विचार कर रही है. चाल पैटर्न किसी व्यक्ति के चलने या दौड़ने के अनोखे अंदाज का विश्लेषण होता है, जिसे पैरों के निशान या वीडियो निगरानी के जरिए रिकॉर्ड किया जाता है.
पुलिस ने उस स्थान से जहां पीड़िता के साथ दुष्कर्म हुआ था, सीसीटीवी फुटेज, पैरों के निशान, अन्य गतिविधियों और सबूत को संग्रह करके यह संभावना तलाश रही है कि क्या इससे आरोपियों की पहचान करने में मदद मिल सकती है? पुलिस पीड़िता के बयान से आरोपियों के बयान का भी मिलान करेगी, उसके बाद घटना को अदालती कार्यवाही के लिए प्रस्तुत करेगी. इसमें कुछ वक्त लग सकता है.
इस मामले में अब जो तस्वीर सामने आई है, उसके अनुसार पीड़िता अपने साथी के साथ कॉलेज परिसर से बाहर निकली थी. रास्ते में उसके साथ दोस्त ने छेड़छाड़ की थी. इसी क्रम में तीन अन्य लोग वहां पहुंचे और उन्होंने पीड़िता को जंगल में ले जाने के बाद एक ने उसके साथ दुष्कर्म किया. तब तक पीड़िता का दोस्त वासिफ अली उसे वहां अकेला छोड़कर फरार हो गया था.
उधर दुर्गापुर मेडिकल छात्रा दुष्कर्म कांड में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉक्टर सी वी आनंद बोस ने नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और केंद्रीय गृह मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. राज्यपाल की रिपोर्ट में क्या-क्या है, हालांकि यह अभी तक पता नहीं चल सका है. सूत्रों ने दावा किया है कि इस रिपोर्ट में राज्यपाल ने पीड़िता तथा उसके माता-पिता के साथ अपनी बातचीत और निष्कर्ष का पूर्ण विवरण दिया है. अब देखना होगा कि राज्यपाल की रिपोर्ट पर केंद्र का अगला क्या रुख रहता है!