2 दिन बाद दुर्गा पूजा शुरू हो जाएगी. लेकिन कल से ही सिलीगुड़ी के बाजार में सब्जियों एवं फलों की कीमतों में भारी वृद्धि देखी जा रही है. सब्जियों की कीमत कम से कम डेढ गुणी बढ़ गई है. जबकि फलों के दाम में भी 10 से ₹20 की वृद्धि देखी गई है. जानकारों के अनुसार पिछले कुछ समय से सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में लगातार बरसात एवं बाढ़ के कारण सब्जियों की खेती नष्ट हो गई है या फिर दूर से सब्जियां सिलीगुड़ी नहीं आ रही है.
इस समय देश के अधिकांश इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. इसके साथ ही कई इलाकों में सड़क डूब जाने के कारण ट्रक रास्ते में ही रुके हुए हैं. बाजार के सूत्रों ने बताया कि सिलीगुड़ी के रेगुलेटेड मार्केट में बाहर से अपेक्षाकृत कम संख्या में ट्रक पहुंच रहे हैं, जबकि सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में तेज बरसात और बाढ़ के कारण सब्जियां नष्ट हो गई है. इसलिए स्थानीय आवक भी नहीं हो रहा है. सिलीगुड़ी का बाजार एकमात्र बाहर से आने वाली सब्जियों एवं फलों पर निर्भर करता है. जो पहले से ही महंगी होती है. सिलीगुड़ी आते-आते उनका दाम दुगुना हो जाता है. सब्जियों एव फलों की महंगाई का यह प्रमुख कारण है.
इस समय सिलीगुड़ी के बाजार में लौकी से लेकर हरी मिर्च, अदरक, धनिया, लहसुन ,प्याज, शिमला मिर्च, करेला, भिंडी, टमाटर सब के दाम बढ़े हुए हैं. हरी धनिया तो बाजार से नदारद है. जबकि दो दिनों में प्याज का दाम ₹60 से बढ़कर 70 और 75 रुपए किलो हो गया है. यह फुटकर बाजार का भाव है. थोक बाजार में सब्जियों की कीमत 10 से 20 रुपए प्रति किलो बढी है तो खुदरा बाजार में 30 से ₹40 बढ़ोतरी देखी जा रही है.
यह अजीब बात है कि दुर्गा पूजा और नवरात्रि के दौरान अधिकांश लोग प्याज और लहसुन नहीं खाते हैं. इसके बावजूद उनके मूल्य में बढ़ोतरी हुई है. नवरात्रि के दौरान फलों की खपत बढ़ जाती है. इसलिए स्वाभाविक है कि उनके दाम में भी इजाफा होगा. फुटकर बाजार में सेब ₹150 प्रति किलो, अंगूर 200 से ढाई सौ रुपए प्रति किलो, नाशपाती डेढ़ सौ रुपए प्रति किलो, पपीता 60 से ₹65 प्रति किलो, अमरूद ₹80 से लेकर ₹100 प्रति किलो और इस तरह से कोई भी फल कम से कम 15 से ₹20 प्रति किलो बढ़ा हुआ है.
सिलीगुड़ी के किसी भी बाजार में चले जाइए. सब्जियों एवं फलों की कीमत सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे. पिछले दो दिनों से एकदम से उछाल आ गया है. इसका खरीदारों पर भारी असर पड़ रहा है. खासकर ऐसे लोग जो बजट के हिसाब से फलों एवं सब्जियों की खरीदारी करते हैं, उनका बजट गड़बड़ा गया है. पूजा से पहले गरीब एवं मध्यम वर्ग किचन में प्रयोग होने वाली विभिन्न वस्तुओं की महंगाई से काफी परेशान है. तेल व दाल की कीमतों में 25 से 30% की वृद्धि देखी जा रही है. दुकानदारों ने बताया कि आने वाले कुछ दिनों में सरसों तेल ₹200 प्रति किलो तक जा सकता है.
इस तरह से सब्जियों एव फलों के साथ-साथ अनाज एवं दालों की कीमत में भारी वृद्धि ने सिलीगुड़ी के गरीब, आम और मध्यम परिवार के पूजा बजट को गड़बड़ा दिया है. स्थानीय लोग उम्मीद कर रहे हैं कि प्रशासन के द्वारा सब्जियों एवं फलों के साथ-साथ अन्य अनाजों की नियंत्रित कीमतों पर बेचे जाने की पहल की जा सकती है.
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