मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर विपक्षी पार्टियां अक्सर हमला करती हैं कि उनके पास ढेर सारी संपत्ति है. कुछ राजनीतिक दल उनके हवाई चप्पल पहनने को लेकर भी टीका टिप्पणी करते रहते हैं और कहते हैं कि यह उनका एकमात्र दिखावा है. ऐसे सभी राजनीतिक दलों और नेताओं के लिए एडीआर की रिपोर्ट काफी महत्वपूर्ण है. एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म के अनुसार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पास कुल संपत्ति 15 लाख रुपए की है.
उनके अलावा लगभग सभी मुख्यमंत्री करोड़ों की हैसियत रखते हैं. भारत में 29 वर्तमान मुख्यमंत्री करोड़पति हैं. इनमें से आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी की संपत्ति सबसे अधिक ₹510 करोड़ है.
एडीआर के अनुसार वर्तमान 30 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के चुनावी हलफनामे का विश्लेषण करने के बाद यह पाया गया है कि इनमें से 28 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों दिल्ली एवं पुंडिचेरी के मुख्यमत्रियों में से 29 मुख्यमंत्री करोड़पति हैं. और उनकी औसत संपत्ति 33.96 करोड रुपए हैं.
करोड़पति मुख्यमंत्रियों की सूची में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के बाद अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुल संपत्ति 163 करोड रुपए हैं. उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की कुल संपत्ति 63 करोड़ रूपए है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की संपत्ति 3 करोड रुपए से भी अधिक है.
पंचायत चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की संपत्ति को लेकर एडीआर की रिपोर्ट काफी मायने रखती है जो यह बताती है कि ममता बनर्जी अपनी संपत्ति को लेकर सभाओं और सार्वजनिक मंच पर जो बयान देती हैं, उनमें कहीं ना कहीं कुछ सच्चाई भी है. कई लोगों का यह भी मानना है कि भले ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की संपत्ति कम हो लेकिन उनके मंत्रियों की संपत्ति करोड़ों में है. जो भी हो, पंचायत चुनाव से पहले एडीआर की रिपोर्ट मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए एक पॉजिटिव संकेत है!