सुबह के 10:00 बजे थे. राहुल गंगटोक में था. उसे पैसे की जरूरत थी. वह पैसे निकालने के लिए स्थानीय एक एटीएम पर पहुंचा. एटीएम के बाहर एक नौजवान लड़का काफी परेशान नजर आ रहा था. राहुल ने उससे उसकी परेशानी का कारण पूछा. लड़के ने बताया कि उसकी मां की हालत काफी खराब है. मां अस्पताल में भर्ती है. वह एटीएम में आया था पैसे निकालने. लेकिन कार्ड से पैसे निकल नहीं रहे हैं. शायद वह पिन भूल गया है. लेकिन अगर अभी उसने ₹4000 डॉक्टर को नहीं दिए तो उसकी मां का इलाज नहीं हो सकेगा.
राहुल कुछ सोचता रहा उसे लगा कि लड़का झूठ नहीं बोल रहा है. उसे तत्काल मदद की जरूरत है. राहुल को कुछ सोचते देखकर लड़का बोला, ‘भाई साहब अगर आप ₹4000 मुझे तुरंत नगद दे देते हैं तो मेरी मां पर आपका काफी उपकार होगा. बदले में मैं गूगल पे कर दूंगा.” राहुल ने लड़के को आश्वस्त किया उसके बाद वह एटीएम के भीतर गया और पैसे निकाल लाया. उसने लड़के को ₹4000 नगद दे दिए. लड़के ने भी अपना वचन पूरा किया. उसने ₹4000 यूपीआई ट्रांसफर कर दिया और इस संदर्भ में मोबाइल में आए मैसेज को भी दिखा दिया. लेकिन दूसरी तरफ राहुल के मोबाइल पर कोई मैसेज नहीं आया. राहुल ने सोचा कि हो सकता है कि बाद में मैसेज आए. फिर बात आई-गई हो गई.
लेकिन राहुल के मोबाइल के मैसेज बॉक्स में कोई भी क्रेडिट मैसेज नहीं आया. फिर उसने अपना खाता चेक किया तो पता चला कि उसके खाते में पैसे ही जमा नहीं कराये गए थे.राहुल किसी काम से गंगटोक गया था. इसलिए वह ₹4000 की बात भूल गया. लेकिन इस घटना के दो दिन बाद कुछ इसी तरह की एक और घटना एक अन्य पर्यटक के साथ घटी. घटना एक ही थी. घटना का शिकार एक विद्यार्थी था, जो अपने साथियों के साथ गंगटोक घूमने आया था. उसने अपने साथ हुए यूपीआई फ्रॉड की जानकारी स्थानीय पुलिस स्टेशन में दी. पुलिस ने उसके प्रार्थना पत्र पर शिकायत दर्ज कर ली. इस तरह से एक-एक करके हाल के दिनों मे गंगटोक में यूपीआई ठगी की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं. पुलिस स्टेशन में भी कई घटनाओं की शिकायत दर्ज कराई जा चुकी है. लेकिन अभी तक पुलिस यह पता लगाने में विफल रही है कि इस तरह के अपराध करने वाले कौन है.
अगर आप नए साल पर किसी हिल स्टेशन पर घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो कम से कम सिक्किम जाते समय काफी सावधानी बरतें. खासकर अपने पर्स, एटीएम और भुगतान को लेकर. क्योंकि मिल रही जानकारी के अनुसार सिक्किम में कुछ आपराधिक तत्व सिक्किम घूमने आए लोगों के साथ यूपीआई फ्रॉड कर रहे हैं. ऐसे कई मामले सामने आए हैं. इसके बाद सिक्किम पुलिस भी सावधान हो गई है.
जिन लोगों के साथ इस तरह की ठगी की घटनाएं हो चुकी है, उनके अनुसार अपराधी खासकर ऐसे लोगों को अपना शिकार बनाता है जो सिक्किम से बाहर के होते हैं. वह घूमने या अन्य कार्यों से सिक्किम आते हैं. ऐसे लोगों को शिकार बनाते समय शिकारी एक खूबसूरत साजिश तैयार करता है और फिर अपने शिकार को लूट लेता है.गंगटोक के सदर थाने में इस तरह की एक शिकायत दर्ज कराई गई है. गंगटोक पुलिस शिकायत के आधार पर इस तरह की घटना को अंजाम देने वाले व्यक्ति की तलाश में जुट गई है.
अगर नए साल पर आप भी सिक्किम अथवा दार्जिलिंग या किसी हिल स्टेशन जा रहे हैं तो कम से कम एटीएम या नगद भुगतान को लेकर पूरी सावधानी बरतें. किसी भी अनजान व्यक्ति पर भरोसा ना करें. और अपने पर्स तथा एटीएम कार्ड की पूरी सुरक्षा रखें, अन्यथा नए साल का मजा किरकिरा हो सकता है.