सिलीगुड़ी में अगर नशा और नशेड़ियों की बात ना की जाए तो शायद नाइंसाफी होगी. इस छोटे से शहर में पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण सब जगह नशा बिक रहा है और इसके खरीददार ज्यादातर सिलीगुड़ी के नौजवान, कॉलेज के छात्र और कुछ रसूखदार लोग भी हैं.
सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस नशे के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है. आए दिन सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों से नशीले पदार्थों की बरामदगी भी हो रही है. तस्कर पकड़े जा रहे हैं. लेकिन इन सबके बावजूद यहां नशे की रफ्तार में कोई कमी नहीं आई है. यूं तो सिलीगुड़ी में सभी जगह मादक पदार्थों की बिक्री हो रही है, परंतु कुछ इलाके हमेशा से ही पुलिस के रिकॉर्ड में चिन्हित कर लिए गए हैं. इनमें से सालूगाड़ा, दार्जिलिंग मोड का इलाका, गुरुंग बस्ती, प्रधान नगर, सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड नंबर 1 का कुछ इलाका और अब सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड नंबर 17 का सिलीगुड़ी कॉलेज संलग्न इलाका भी सुर्खियों में है.
सूत्रों ने बताया कि बाघाजतिन पार्क इलाके में सुबह से शाम तक लड़कों के बीच खुलेआम सिगरेट पीना, दारू, गांजा का सेवन इत्यादि रोज की बात बन गई है. लड़के सड़क पर बाइक लगाकर खड़े हो जाते हैं. जैसे ही शाम ढलती है ,नशे और दूसरी आपत्तिजनक हरकतें उनकी शुरू हो जाती है. यहां के निवासी इनकी हरकतों को लेकर काफी परेशान रहते हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि नशीले पदार्थों का सेवन करने के उपरांत यह लड़के राह चलते लड़कियों पर भद्दे भद्दे कमेंट करते हैं. इलाके के लोग चुपचाप यह सब देखते हैं. लेकिन किसी की भी हिम्मत नहीं होती कि उन्हें रोका जाए.
लोगों ने बताया कि मादक पदार्थों का सेवन करने वालों में कुछ कॉलेज के लड़के भी हैं. उन्होंने दावा किया कि कुछ लड़कियां भी स्मोकिंग आदि करती हैं. पुलिस प्रशासन का बार-बार ध्यान दिए जाने के बावजूद अब तक इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है. परंतु अब सिलीगुड़ी पुलिस इन इलाकों में ऐसी असामाजिक गतिविधियों को रोकने के लिए सचेष्ट हो गई है.
यहां के लोगों की शिकायत के बाद 7 अप्रैल को सिलीगुड़ी पुलिस के आला अधिकारियों की एक बैठक हुई थी. इसके बाद इन इलाकों में छापेमारी भी की गई. सिलीगुड़ी पुलिस को स्थानीय लोगों तथा वार्ड पार्षद मिली सेन सिन्हा का भी सहयोग मिल रहा है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि इन इलाकों में लगातार पेट्रोलिंग जारी रहेगी, जब तक कि यहां असामाजिक तत्वों का अड्डा जमना बंद नहीं हो जाता.
सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस को सिलीगुड़ी के कुछ अन्य इलाकों में भी इसी तरह की पेट्रोलिंग चलाने की आवश्यकता है. क्योंकि जब तक नशे के खिलाफ पुलिस का एक्शन नहीं दिखता है, तब तक असामाजिक तत्वों में कानून के प्रति डर भी पैदा नहीं होता. जब तक नशे के खिलाफ सिलीगुड़ी पुलिस और प्रशासन की ठोस कार्रवाई सामने नहीं आती, तब तक यहां नशे का कारोबार भी थमता नजर नहीं आ रहा है.
सिलीगुड़ी के कुछ बुद्धिजीवियों ने बताया कि सिलीगुड़ी कॉलेज संलग्न इलाके में रोज एक नई कहानी बनती है. कहीं शोषण, कहीं नशा तो कहीं अपराध में सनी कहानी सिलीगुड़ी के भविष्य को तबाह कर रही है. सिलीगुड़ी के नौजवानों के भविष्य को बचाने के लिए प्रशासनिक और सामाजिक स्तर पर भी अभियान चलाने की आवश्यकता है. जब तक नौजवानों में जागरूकता नहीं आएगी, तब तक सिलीगुड़ी नशा मुक्त भी नहीं हो सकता.